उत्तराखंड में भी पड़ी धर्मपरिवर्तन की काली साया , यहां युवक का जबरन करवाया धर्मान्तरण,घर से हुआ लापता, पढ़े पूरी रिपोर्ट

अब उत्तराखंड में भी धर्म परिवर्तन की काली साया पड़ने लगी है। दुबई से बाजपुर लौटे एक युवक के कथित धर्मांतरण का मामला सामने आया है। इस मामले में युवक के परिजनों ने विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं के साथ कोतवाली पहुंचकर पुलिस को तहरीर दी है। परिजनों का आरोप है उनके बेटे को बरगला कर यूपी के एक गांव में अन्य धर्म के कुछ लोगों ने पनाह दी है। जब वे बेटे को वापस लाने के लिए गए, तो इन लोगों ने उनसे अभद्रता की। परिजनों के अनुसार, फिलहाल करीब पांच महीने से उनके बेटे का कोई अता-पता नहीं है। बाजपुर पुलिस ने मामले की जांच करने की बात कही है। बाजपुर क्षेत्र के गांव मुडियाकलां खेड़ा निवासी किरनपाल पुत्र तुलाराम बुधवार को विहिप के जिला मंत्री यशपाल राजहंस समेत कई लोगों के साथ कोतवाली पहुंचे।

यहां किरनपाल ने पुलिस को तहरीर दी। तहरीर में कहा कि उनका भाई राहुल चंद्रा (29 वर्ष) 2016 में नौकरी की तलाश में दुबई गया था। वहां से 2019 में राहुल वापस आ गया। आरोप है कि दुबई से वापस आने के बाद राहुल के व्यवहार में काफी बदलाव आ गया। वह रात में मस्जिद में जाने लगा। इससे उन्हें राहुल की गतिविधियों पर शक हुआ। जब परिजनों ने राहुल से इसकी वजह पूछी, तो राहुल ने बताया कि उसने इस्लाम धर्म अपना लिया है। अब उसका नाम इस्लाम हो गया है। इस पर परिजनों ने उसे काफी समझाया, लेकिन वह कुछ सुनने को तैयार नहीं था। तब परिजनों ने उस पर घर से निकलने पर पाबंदी लगा दी।

राहुल के भाई किरनपाल ने तहरीर के जरिये बताया कि जनवरी 2020 में राहुल घर से बिना बताये लापता हो गया। इस दौरान किसी ने उन्हें बताया कि राहुल उनके पुश्तैनी गांव टांडा स्थित गांव कलियर नगला, जिला रामपुर (यूपी) में रह रहा है। इस पर परिवार के लोग वहां गए। यहां राहुल उन्हें एक मुस्लिम परिवार के साथ रहता मिला। उनके काफी समझाने पर राहुल वापस अपने घर लौट आया था। किरनपाल का कहना है कि जनवरी 2021 में राहुल फिर लापता हो गया। पिछले करीब पांच महीने से राहुल का कोई अता-पता नहीं है। विश्व हिंदू परिषद ने बाजपुर पुलिस से इस मामले में तत्परता से कार्रवाई की मांग की है।

यूपी में मामले खुले तो जगी आस: राहुल के भाई किरनपाल ने बताया कि दो दिन पहले यूपी में धर्मांतरण के कई मामलों का खुलासा हुआ है। इसके बाद उन्हें करीब पांच माह से लापता अपने भाई के घर लौटने की उम्मीद जगी है। इसी उम्मीद में उन्होंने पुलिस में तहरीर देकर भाई को ढूंढने और राहुल को बरगला कर पनाह देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

सीओ, बाजपुर वंदना वर्मा ने बताया कि धर्मांतरण मामले में राहुल नाम के युवक के परिजनों की तरफ से तहरीर मिली है। परिजनों ने तहरीर में जो आरोप लगाये हैं, उसके अनुसार यह मामला यूपी का है। फिर भी बाजपुर कोतवाली के एसएसआई को मामले की जांच के निर्देश दे दिए हैं। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
घरवालों के समझाने पर लौट आया था राहुल : राहुल चंद्रा के भाई किरनपाल ने बताया है कि परिजनों के समझाने पर राहुल घर लौट आया था। लेकिन, घर लौटने के बाद से अन्य धर्म के लोगों के फिर से राहुल के पास फोन आने लगे थे। इसके ठीक बाद जनवरी 2021 में राहुल घर से फिर लापता हो गया। यूपी में हाल में धर्मांतरण के मामले खुलने के बाद अब उन्हें भी अपने भाई के घर लौटने की उम्मीद है।

किरनपाल ने बताया है कि दुबई से 2019 में जब राहुल घर लौटा तब उसकी हरकतें कुछ बदली-बदली सी थीं। गांव के लोगों ने बताया कि राहुल को अक्सर गांव की ही मस्जिद के आसपास और इसके अंदर जाते देखा गया। इस पर परिजनों ने राहुल की निगहबानी शुरू की। कुछ महीने पहले पिता तुलाराम ने खुद राहुल को मस्जिद के अंदर जाते देखा था। इसके बाद घर में काफी हंगामा हुआ। परिजनों ने राहुल से पूछा तो राहुल ने कबूल किया कि वह अब राहुल नहीं है, वह अब इस्लाम है।

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