
उत्तराखंड सुनो अब चीन की तर्ज पर ऋषिकेश में गंगा नदी के ऊपर लक्ष्मण झूला का विकल्प बनने जा रहा है कांच का पुल।

आपको बता दे कि ऋषिकेश में आवाजाही के लिए बंद कर दिए गए पुराने लक्ष्मण झूला के विकल्प के रूप में त्रिवेंद्र सरकार जल्द जो नया झूला पुल तैयार करने जा रही है, वो कांच का दिखेगा। जानकारी अनुसार अपर मुख्य सचिव लोनिवि के ओम प्रकाश ने विभाग को झूला पुल को मजबूती के साथ आकर्षक बनाने के लिए ग्लास के आकार में डिजाइन करने को कहा है।
वही बता दे कि झूला पुल का डिजाइन व डीपीआर तैयार करने को पहले ही 50 लाख रुपये का प्रावधान किया जा चुका है। लोनिवि के मुख्य अभियंता अयाज अहमद के नेतृत्व में इंजीनियरों की एक टीम नया पुल बनाने के स्थान का चयन करने की प्रक्रिया में जुटी हुई है
आपको बता दे कि मंगलवार को यमकेश्वर की विधायक ऋतु खंडूड़ी नए झूला पुल के निर्माण की मांग को लेकर अपर मुख्य सचिव से मिली। उसके बाद उन्होंने एसीएस को एक पत्र भी सौंपा। इस पर एसीएस ने उन्हें अवगत कराया किया कि सरकार नया झूला पुल बनाने का पहले ही फैसला कर चुकी है।
वही जानकारी ये मिली कि ये कोशिश हो रही है कि नया झूला पुल कांच का बनाया जाए ताकि वो आवागमन की सुविधा देने के साथ दर्शनीय भी हो। इस बारे में अधिकारियों को उचित निर्देश दिए गए हैं।
ख़बर है कि इस पुल को इस तरह से डिजाइन किया जाएगा कि उस पर पैदल चलने वालों और दुपहिया वाहनों के लिए अलग-अलग लाइन होगी। ओर पुल पर टेंपू या अन्य तिपहिया दाखिल भी नहीं हो पाएंगे।
वही अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश से साफ कर दिया कि लक्ष्मण झूला पुल को किसी भी सूरत में नहीं खोला जाएगा। उन्होंने विधायक खंडूड़ी को कहा कि सुरक्षा को देखते हुए ही सरकार ने पुल से आवागमन पर रोक लगाई है। बहराल नया पुल कब तक बनेगा ये तो त्रिवेंद्र सरकार ही बता पाएगी।
लेकिन कड़वा सच ये भी है कि यमेक्सवर विधानसभा की जनता का सम्पर्क ऋषिकेश से अलग हो गया है और यदि वे ऋषिकेश के अंदर प्रवेश करते है तो फिर उनको अधिक लंबे रास्ते से या तो बैराज होकर या फिर गरुड़ चट्टी के पुल से होकर आना पड़ रहा है ,तो लक्ष्मण झूला के आस पास के व्यारियो का रोजगार ,स्कूल जाने वालों बच्चों को परेशानी खूब उठानी पड़ रही है।
बहराल मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत कह चुके है कि जल्द से जल्द पुल को बनाकर तैयार कर दिया जाएगा।