उत्तराखंड सरकार के शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा कि हरिद्वार में सामने आया कथित कोविड टेस्टिंग फर्जीवाड़ा कुंभ की अधिसूचना से पहले का है। उनियाल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जांच बैठा दी है और जांच में सारे तथ्य सामने आ जाएंगे।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा था कि कोविड टेस्टिंग फर्जीवाड़ा उनके मुख्यमंत्री बनने से पहले का है। उनके बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कुंभ मेले की अधिसूचना का जिक्र किया था। दोनों दिग्गजों की विरोधाभासी बयानबाजी पर प्रदेश कांग्रेस ने भाजपा सरकार की घेराबंदी शुरू कर दी थी। अब प्रदेश सरकार के शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने भी कहा है कि कोविड टेस्टिंग प्रकरण कुंभ की अधिसूचना जारी होने से पहले का है।
मीडिया कर्मियों से बातचीत में उन्होंने कहा कि कुछ लोग राजनीतिक कारणों से लोगों में भ्रांतियां फैलाना चाहते हैं कि धार्मिक त्योहार से कोविड फैला है। हकीकत यह है कि ये सारे मामले कुंभ की अधिसूचना से पहले के हैं।इसका इस बात से कोई लेना-देना नहीं है कि कुंभ में फर्जी आरटीपीसीआर से कोविड बढ़ा। सरकार मामले की जांच करा रही है। स्वास्थ्य महानिदेशक ने सभी सीएमओ को सभी सूचीबद्ध कंपनियों के सारा रिकार्ड खंगालने के लिए कहा गया है। इनकी जांच से सारी स्थिति साफ हो जाएगी।