प्रधानमंत्री मोदी ने केदारनाथ में चल रहे विकास परियोजनाओं को लेकर कहा कि मेरे शब्द लिखकर रखिए 21वीं शताब्दी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक है, पिछले 100 सालों में जितने यात्री यहां आए हैं, अगले 10 साल में उससे कई ज़्यादा लोग यहां आने वाले हैं

प्रधानमंत्री मोदी ने केदारनाथ में चल रहे विकास परियोजनाओं को लेकर कहा कि मेरे शब्द लिखकर रखिए 21वीं शताब्दी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक है।
पिछले 100 सालों में जितने यात्री यहां आए हैं, अगले 10 साल में उससे कई ज़्यादा लोग यहां आने वाले हैं।

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प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को केदारनाथ पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की।
साथ ही पीएम मोदी ने केदारनाथ धाम में विकास की कई परियोजनाओं और आदि शंकराचार्य की मूर्ति का भी लोकार्पण किया

इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित भी किया और कहा कि मैं दिल्ली स्थित अपने कार्यालय से बैठकर ही ड्रोन के जरिए केदारनाथ का काम देखता था। इसके अलावा उन्होंने अपने भाषण में अयोध्या में बन रहे राम मंदिर और दीपावली से पहले वहां मनाए गए दीपोत्सव का भी जिक्र किया।

केदारनाथ धाम में लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मेरा मन यहां लगा रहता था तो ड्रोन की मदद से मेरे दफ्तर से यहां की वर्चुअली यात्रा करता था। यहां पर चल रहे काम को लगातार देखता था। मैं केदारनाथ के सभी रावल और पुजारियों का धन्यवाद करता हूं। उनकी वजह से ही हम इस पुरानी विरासत को बचा पाए और आधुनिकता भी ला पाए।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान यह भी कहा कि गाेवर्धन पूजा के दिन मुझे केदारनाथ दर्शन का सौभाग्य मिला है। केदारनाथ में तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं। कई साल पहले केदारनाथ धाम में त्रासदी आई थी और मैंने यहां की तबाही को अपनी आंखों से देखा था। बरसों पहले जो नुकसान यहां हुआ था, वो अकल्पनीय था। जो लोग यहां आते थे वो सोचते थे कि क्या ये हमारा केदारनाथ धाम फिर से उठ खड़ा होगा? लेकिन मेरे भीतर की आवाज कह रही थी कि ये पहले से अधिक आन, बान, शान के साथ खड़ा होगा।

इस दौरान उन्होंने अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का जिक्र करते हुए कहा कि अयोध्या में पूरे गौरव के साथ भगवान राम का मंदिर बन रहा है। सदियों पुराना गौरव अयोध्या को वापस मिल रहा है। दो दिन पहले अयोध्या में जो दीपोत्सव मनाया गया। उसको पूरी दुनिया ने देखा। भारत का प्राचीन सांस्कृतिक स्वरूप कैसा रहा होगा आज हम उसकी कल्पना कर सकते हैं। भगवान राम से जुड़े जितने भी तीर्थ स्थान है उनको जोड़कर पूरा सर्किट बनाने का काम चल रहा है। उत्तर प्रदेश में काशी का भी कायाकल्प हो रहा है। विश्वनाथ धाम का कार्य भी तेजी से हो रहा है।

इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने केदारनाथ में चल रहे विकास परियोजनाओं को लेकर कहा कि मेरे शब्द लिखकर रखिए 21वीं शताब्दी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक है। पिछले 100 सालों में जितने यात्री यहां आए हैं, अगले 10 साल में उससे कई ज़्यादा लोग यहां आने वाले हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए चारों धाम को सड़क से जोड़ा जा रहा है। भविष्य में श्रद्धालु केदारनाथ धाम में केबल कार से आ सकें इसकी प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। ऋषिकेश और कर्णप्रयाग को रेल मार्ग से जोड़ा जा रहा है। इससे उत्तराखंड में पर्यटन को लाभ मिलने वाला है। हेमकुंड साहिब जी के दर्शन आसान हों, इसके लिए वहां भी रोप-वे बनाने की तैयारी है।

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