
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा का समापन शुरू हो चुका है।
इसका शुभारम्भ 6 माह के लिए गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने के साथ हो चुकी है। आज मां गंगा के गंगोत्री धाम के कपाट 6 माह के लिए बन्द हो चुके हैं। गंगोत्री धाम के कपाट आज दोपहर अन्नूकूट पर्व पर 11 बजकर 45 मिनिट पर बन्द कर दिए गए हैं। साथ ही मां गंगा की उत्सव डोली में भोगमूर्ति के साथ शुभ बेला पर 11 बजकर 50 मिनिट पर मुखबा गांव के लिए रवाना हुई। मां गंगा की डोली आज रात्रि विश्राम मार्कण्डेय स्थित भगवती के मंदिर में करेंगी।
गंगोत्री धाम के सचिव सुरेश सेमवाल ने कहा कि वह मां गंगा से विशेष पूजा अर्चना की गई है कि विश्व को कोरोना जैसी महामारी से हर वर्ष बचाएं। साथ ही गंगोत्री धाम के पुरोहितों ने मां पीएम मोदी से देवास्थानम बोर्ड भंग करने की मांग की।
, मुखबा गांव में मां गंगा की डोली 12 बजकर 15 मिनिट 3 पर शनिवार को पहुंचेगी और उसके बाद स्थानीय ग्रामीण मां गंगा का बेटी की तरह स्वागत करते हैं और शनिवार से तीन दिनों से तक मां गंगा की भोगमूर्ति को ग्रामीणों के दर्शन के लिए रखा जाता है
। बता दें कि 18 सितम्बर को कोरोनाकाल के बाद चारधाम यात्रा को उत्तराखंड में शुरू कर दिया गया था। उसके बाद से आज तक लगभग 33 हजार श्रद्धालुओ ने मां गंगा के गंगोत्री में दर्शन किये। वहीं अब माह शीतकाल में मां गंगा के दर्शन मुखबा गांव में होंगे। जहां पर मां गंगा की पूजा और आरती गंगोली के नन्छ होती है।