
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का खुलम खुला ई – पत्र
माननीय मुख्यमंत्री Trivendra Singh Rawat जी मेरा यह प्यारा-प्यारा ई-पत्र आपको समर्पित है।
आपने बहुत ठीक कहा पौधा मैंने लगाया, अवश्य मैंने लगाया। मेरा लगाया पौधा, पानी व फ्रूटी बॉटलिंग प्लांट का था, आपने बहुत ही कुशल माली के तौर पर उसपर #हिलटॉप की कलम लगा दी है। तो यदि कुछ गुण मुझमें हैं तो कुछ बड़े गुण आपमें भी हैं, आप बड़े कलमकार हैं।
मेरे कार्यकाल में केवल लाइसेंस दिया गया जिसपर आगे की कार्रवाई आपकी पार्टी सहित स्थानीय लोगों के विरोध को देखते हुए रोक दी गई। यदि आप व्हिस्की बनाने का लाइसेंस नहीं देना चाहते तो आपकी सरकार लाइसेंस का रिनुअल नहीं करती। आपकी सरकार ने लाइसेंस का रिन्यूअल ही नहीं किया बल्कि दो बार इस व्हिस्की प्लांट को निरापत्ति प्रमाण पत्र भी दिया क्योंकि ऐसी प्रशासनिक अनुमति के बिना ना तो निर्माण कार्य हो सकता है और ना व्हिस्की की ब्लेंडिंग व बॉटलिंग हो सकती है तो निरापत्ति प्रमाण पत्र भी कहीं ना कहीं सरकार की सहमति से ही दिया गया है। BJP Uttarakhand बहुत चतुराई से कव्वे को भी तीतर बताकर खा जाती है। आज आपने भांग व व्हिस्की के बॉटलिंग प्लांट में रोजगार व पहाड़ी फलों की खपत देखी है, धन्यवाद। भाजपा प्रवक्ता हिमाचल में लगी डिस्टलरीज का भी उदाहरण दे रहे हैं, जब मैंने #उत्तराखंड में बिकने वाले ब्रांड्स जो अपनी व्हिस्की में या बियर में 20% उत्तराखंडी फलों व सब्जियों के रस की ब्लेंडिंग करेंगे उन्हें राज्य में 20% मार्केटिंग राइट्स दिये, आपकी पार्टी ने इस नीति का घोर विरोध किया। ये आपकी ही पार्टी थी जिसने वाणिज्यिक भांग की खेती के हमारे कदम का भी विरोध किया और जब हम वाणिज्यिक भांग की खेती संबंधी विधेयक #गैरसैंण में लेकर के आये तो आपकी पार्टी ने उसका भी विरोध किया।
हमारे द्वारा किये गये संशोधनों का, जो आबकारी नीति में किये गये और जिसके माध्यम से हमने मंडी को वायनरीज लगाने का निर्देश दिया, आपकी पार्टी ने उसका भी विरोध किया। आप मीठा-मीठा गप-गप और कड़वा-कड़वा थू-थू नहीं कर सकते। ये आपकी पार्टी के आंदोलन का प्रभाव था जिसके चलते #देवप्रयाग क्षेत्र के तत्कालीन विधायक ने मुझे बाध्य किया कि मैं प्रदत लाइसेंस पर कार्रवाई को तत्काल रोक दूं, मैंने कार्यवाही रोकी। अब आपने भी भांग की खेती की बात की है, मैंने स्वागत किया। मगर आप हिलटॉप के नाम पर रोजगारदाता बनें, फलों को खपाने वाले बनें और लाइसेंस देने की नीति के लिये मुझे दोष दें, दोनों एक साथ नहीं चल सकते हैं। हमने मैदानों में डिस्टलरीज, फूटहिल्स में वाईनरीज व रागी बीयर प्लांट तथा मध्य हिमालय में फ्रूट वाइन्स व वाटर तथा ऑयल बॉटलिंग प्लांट लगाने की नीति पर काम किया, समय कम मिला, हम इन नीतियों को पूर्णत: धरातल पर नहीं उतार पाये। आपकी पार्टी को भी अब हमारी ही इस नीति का अनुसरण करना पड़ेगा और इसके लिये सत्यता को खुलकर स्वीकार करें। साहस दिखाएं, आपकी पार्टी तो उत्तराखंड में डेनिस व स्टिंग-स्टिंग के गर्भ से पैदा हुई है, जैसा बोया अब आप वैसा काटने को तैयार रहें। हर बात के लिये हमें दोष देना छोड़िए, हमने जो अच्छा किया है उसे स्वीकारते हुए आगे बढ़िये। हमारा कोई निर्णय अच्छा नहीं है तो उसे समाप्त करने के लिये ही तो जनता ने आपको चुना है।
बहराल हिलटॉप के मुद्दे को लेकर सीधे सीधे अब पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत बनाम मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत मैं घमासना है , जुबानी जंग है , ई – पत्र से भी प्रहार है।अब देखना ये है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत क्या जवाब देते है इस ई – पत्र का।