
आपको बता दे कि लगातार सोशल मीडिया मैं घिरने के बाद भाजपा के विधायक महेंद्र भट्ट ने फेसबुक पर अपनी डाली गई पोस्ट को हटा दिया है आपको बता दे कि उनकी उस पोस्ट के बाद उन पर सोशल मीडिया मैं चारो तरफ से हमला होने लगा था।विद्यायक की फेसबुक पेज से स्वयं लोगो को जवाब दिए जा रहे थे।तो मीडिया ने भी इसे अपनी आज की दोपहर की प्रमुख ख़बर मैं जगह दे डाली जिसके बाद मामला आगे बढ़ता देख विद्यायक ने अपनी फेसबुक पेज से की गई पोस्ट को हटा दिया
वही जो ख़बर आई है कि विद्यायक महेंद्र भट्ट जी
पूरा मामला ये था।
उत्तराखंड को अपशब्द कहने वाले भाजपा विद्यायक कुंवर प्रणव सिंह चैपियन को 6 साल पार्टी से बाहर करने पर उनके साथियों को जहा ये मालूम है कि ये तो होना ही था पर उनको इस बात का दुख भी है ओर बुरा भी लग रहा है कि चेपियन पार्टी से बाहर हो गए।
देखिए क्या लिखा बद्रीनाथ विधानसभा के विधायक महेंद्र भट्ट ने अपने फेस बुक पेज पर:
आज कुँवर प्रणव चेम्पियन विधायक को पार्टी ने 6 साल के लिए निकाल दिया,ऐसा होगा,सब जानते थे।और जिन कारणों से निकाले गये, इनके अनुसार वे उस समय के फोटो थे ,जब ये काँग्रेस में थे।इनके उस समय के कांग्रेसी मित्रो ने आज भी इनके सुधरने के अवसर को समाप्त किया।क्योंकि भाजपा में आने से इनमे समय के साथ सुधार की संभावना थी।मेरा कुँवर चैपियन से यही अपेक्षा रहेगी कि 6 साल बीजेपी से बाहर रहने पर भी बीजेपी के विचारों,और पुस्तको को पढ़ते रहे,और अपने इन कांग्रेसी मित्रो की इस चाल को नाकाम करें।समय के साथ क्या गलत किया,उसका पश्चताप और भविष्य में उसमे सुधार सब ठीक करेगा।मुझे भी बुरा लगता है जब अपना कोई साथी,परिवार से बाहर होता है।
सवाल इस बात पर खड़ा होता है कि जब कुँवर प्रणव का विवादित वीडियो वायरल हो रहा था पूरे भारत में भाजपा की बदनामी हो रही थी। और विवादित वीडियो मीडिया से लेकर सोशल मीडिया मैं वायल हो रहा था तब
हमारे बद्रीनाथ विधानसभा के विद्यायक महेंद्र भट्ट ने कही पर भी अपनी फेसबुक पर नही लिखा कि उत्तराखंड को अपशब्द बोलना गलत था।ये विद्यायक ने गलत किया ।आदि आदि
पर कल अचानक उनके साथी चैपियन को भाजपा से पार्टी से निकाले जाने के बाद विद्यायक महेंद्र भट्ट को बुरा लग गया।
वहां विद्यायक महेन्द्र भट्ट जी आपको तब बुरा नही लगा जब आपके साथी ने उत्तराखंड को अपशब्द कहे।
आपने अपने फेसबुक पेज पर कांग्रेस की बुराई से लेकर भाजपा की नीति रीति का गुणगान कर दिया पर इस बात का जरा भी दुःखद नही जताया कि ये वही विद्यायक है जिन्होंने आपके उत्तराखंड को अपशब्द कहे।
अरे पहाड़ की जनता ने क्या इसलिए आपको चुना था।
कि आप उत्तराखंड को अपशब्द कहने वालों के लिए आपको बुरा लगे।
हो क्या गया आपको
खुद फेसबुक अपडेट करते है आप या आपके सेवक ?
या तो आप बिलकुल सीधे है या फिर यहा क्या नंम्बर बढाने का खेल चल रहा है।
भगवान जाने मुख्यमंत्री और नये मंत्री कब बनाते है और किसे बनाते है ये तो वही जाने पर आपके इस बुरा लगने की वजह से आप पर अब कुँवर प्रणव के बाद सोशल मीडिया हावी हो गया है।