
बड़ी ख़बर आ रही है कि भगवान केदारनाथ में गंभीर रूप से बीमार यात्री को समय से इलाज नहीं मिलने से उनकी मौत हो गई दुःखद
वही ख़बर है कि यात्रा मजिस्ट्रेट के आदेश के बावजूद भी हेली सेवा कंपनी स्टाफ ने हेलीपैड पर स्ट्रेचर पर पड़े बीमार यात्री की लगभग 45 मिनट तक भी सुध नहीं ली। जिसके बाद यात्री की मौत से अन्य यात्रियों का गुस्सा जमकर फूट पड़ा। ख़बर है कि हेलीकॉप्टर स्टाफ का जमकर विरोध करते हुए यात्रियों ने कुछ कर्मचारियों की पिटाई तक कर दी। फिर काफी समझाने के बाद भी जब हेलीकॉप्टर स्टाफ अपनी बात पर अडिग रहे तो पुलिस क्षेत्राधिकारी ने स्टाफ के एक सदस्य को थप्पड़ जड़ दिया। बस फिर क्या था इस घटना से आक्रोशित हेली कंपनियों ने लगभग दो घंटे से अधिक समय तक हेली सेवाएं को बंद कर दिया
बता दे कि मंगलवार को केदारनाथ में बाबा के दर्शन को लाइन में लगे गोरेगांव वेस्ट मुंबई के 51 साल के यात्री विनोद व्यास जी पुत्र घीसू लाल जी व्यास की अचानक तबियत बिगड़ गई थी। फिर उनके साथ के लोग बीमार यात्री को सिक्स सिग्मा अस्पताल लाए, जहां डाक्टरों ने बीमार को प्राथमिक उपचार देते हुए आधा घंटे के भीतर गुप्तकाशी पहुंचाने को कहा।
वही यात्रा मजिस्ट्रेट/उप जिलाधिकारी कमलेश मेहता ने बीमार यात्री को ले जाने के लिए एक हेली कंपनी को लिखित आदेश दिए, लेकिन ख़बर है कि हेली कंपनी/हेलीकॉप्टर स्टॉफ द्वारा हेलीपैड पर स्ट्रेचर पर पड़े बीमार यात्री की 45 मिनट तक सुध नहीं ली गई।
लगातार परिजनों के गुहार लगाने के बाद भी हेलीकाप्टर स्टाफ का दिल नहीं पसीजा और यात्री ने हेलीपैड पर ही दम तोड़ दिया। इस दुःखद घटना से यात्री के परिजनों और अन्य यात्रियों का आक्रोश भड़क उठा। उन्होंने हेलीकॉप्टर स्टॉफ के विरुद्ध जमकर हंगामा काटा।
फिर मौके पर पहुंचे पुलिस उपाधीक्षक अभय कुमार सिंह ने मामला शांत कराने की कोशिश करते हुए जानकारी ली। ओर उन्होंने हेलीकॉप्टर स्टॉफ को नियमों व शर्तों के बारे में बताया, लेकिन हेली स्टॉफ के अपनी ही बात पर अडिग रहने से सीओ ने एक सदस्य को थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद यात्रियों ने भी हेली स्टाफ की पिटाई कर दी। पुलिस दल द्वारा बीच-बचाव कर किसी तरह स्थिति को शांत किया गया।
इस घटना के विरोध में हेली कंपनियों ने दो घंटे से अधिक समय तक हेलीकॉप्टर सेवा बंद रखी। उप जिलाधिकारी मेहता के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ और पुन: हेलीकॉप्टर सेवा शुरू हुई। इधर, अपर जिलाधिकारी अरविंद पांडेय ने बताया कि केदारनाथ में यात्री की मौत का मामला संज्ञान में आया है।ओर यात्रा मजिस्ट्रेट की रिपोर्ट के बाद मामले में कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि केदारनाथ यात्रा के लिए हेली कंपनियों के लिए कुछ नियम व शर्तें रखी गई हैं, लेकिन हेली कंपनी द्वारा नियम व शर्तों के विपरीत कार्य किया गया, जिस कारण बीमार यात्री की मौत हुई है। इस मामले में अगर मृतक के परिजन तहरीर देंगे, तो हेली कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बहराल दुःखद है ये इस घटना से सन्देश क्या जाता है किसी एक कि गलती से या लगाए गए आरोप से उनका पीछा तो छूट जयेगा पर उत्तराखंड को शर्मसार कर देती है ये घटनाएं।
ओर सरकार को बदनाम।