
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के चैंसर से दुःखद ख़बर जहा एक पुराने मकान की दीवार (खुशाल नाथ के मकान पर गिरने से पूरा परिवार खत्म हो गया),
ओर इस दर्दनाक हादसे में सिर्फ खुशाल नाथ की पत्नी की जान बच पाई है।
वही परिवार के खत्म होने के बाद पत्नी और खुशाल की मां बदहवास हैं।
दुःखद है तो
नीधी को अब तक विश्वास नहीं हो रहा है कि उसकी दुनिया उजड़ गई है। जानकरीं है की हादसे की रात वे जब बच्चों के साथ खेल रहे थे तो उसने बगल के मकान से गिरते पत्थरों का उनसे जिक्र किया था और वीडियो भी बनाया था। पर उसे पर उन्हें ये अंदाजा नहीं था कि अगली सुबह यही मकान उसे जीवन भर का दर्द दे जाएगा।
खुशाल की पत्नी निधी का कहना है कि बगल के जर्जर हो चुके तिमंजिले मकान को वो लंबे समय से हटाने और उसे सुधारने की मांग कर रहे थे। खाना खाकर पति खुशाल नाथ, लड़के धनंजय और बेटी निकिता के साथ खेल कर रहे थे। जब रात 10:30 बजे वो अपने पति के साथ टहलने के लिए बाहर निकली तो उस समय जर्जर हो चुके घर से मिट्टी और पत्थर गिर रहे थे।
ओर रात में जब सभी लोग गहरी नींद में थे तब पता ही नहीं चला कि पूरी दीवार उनके घर के ऊपर गिर गई। किसी तरह शोर मचाने पर पड़ोसी मौके पर पहुंचे और सभी को घर से बाहर निकाला।
पर तब तक पति समेत 2 बच्चों की मौत हो चुकी थी दुःखद
निधी के आंसू देख जिला अस्पताल में उपचार को आए लोग भी अपने आंसू नहीं रोक पाए। वो भी निधी के साथ फफक-फफक कर रोने लगे।
वही ग्रामीणों का कहना है कि एक हादसे ने हंसते-खेलते परिवार को उजाड़ दिया। सात साल पहले खुशाल नाथ ने आगरा में प्राइवेट नौकरी करने के दौरान निधी से प्रेम विवाह किया था। पति और बच्चों की मौत के बाद निधि बदहवास है। ग्रामीणों का कहना है कि पूरा परिवार काफी मिलनसार था। खुशाल और निधी हर छोटे-बड़े कार्य में लोगों की मदद को तैयार रहते थे। पूरे परिवार के अच्छे व्यवहार के चलते ग्रामीणों के आंसू रोके नहीं रुक रहे हैं।
बता दे कि खुशाल की पत्नी निजी स्कूल में शिक्षिका है और उसने पति के लिए कुछ समय पहले ही एक स्कूटी खरीदी थी।ओर वे सप्ताह में एक दिन पूरा परिवार स्कूटी से घूमने जाता था। इस बात से आप अंदाजा लगा सकते है कि पूरे परिवार में प्यार प्रेम केस रहा होगा
दुःखद है हँसता खेलता परिवार
खत्म हो गया भगवान ऐसा किसी दुश्मन के साथ भी ना करे।