
उत्तराखंड के जोशीमठ औली में गुप्ता परिवार के दूसरे बेटे की शादी पूरे रीती रिवाज के साथ संपन्न हो चुकी है शनिवार को प्रवासी उद्योगपति अतुल गुप्ता के बेटे शशांक गुप्ता व दुबई के रियल स्टेट हाॅस्पिटल कारोबारी विशाल जालान की बेटी शिवांगी परिणय बंधन में बधें। प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, सांसद अजय भट्ट, विधायक महेन्द्र भट्ट, बाबा रामदेव, स्वामी चिदानंद सरस्वती, आचार्य बालकृष्ण ने शनिवार को औली में आयोजित शादी समारोह में शामिल होकर गुप्ता परिवार के दोनों वर बधू कोे आर्शीवाद दिया। शनिवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वर बधू को आर्शीवाद देते हुए गुप्ता परिवार को अपने दोनों बेटों की शादी के लिए उत्तराखण्ड राज्य को चुनने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड एक पर्यटन प्रदेश है। यहाॅ पर पर्यटन को बढाने की भरपूर सभावनाएं है। कहा कि औली में पहली बार शादी का आयोजन हुआ है, जो निश्चित रूप से देश विदेश के पर्यटकों को और अधिक आकर्षित करेगा। उन्होंने कहा देवभूमि में दुनिया के पर्यटकों के लिए सुन्दर वातावरण, नैसर्गिक सौन्दर्य के साथ एडवेचर तथा आध्यात्म जैसी विभिन्न विविधताऐं मौजूद है, जिसको दुनिया के पर्यटक ढूंढते है। कहा कि औली में ऐसे आयोजन से लोगों को उत्तराखण्ड को समझने का मौका मिलेगा और आने वाले समय निश्चित रूप से उत्तराखण्ड राज्य एक पर्यटन प्रदेश के रूप में विकसित होगा। मुख्यमंत्री ने वरवधू को आर्शीवाद के साथ-साथ रूद्राक्ष का पौधा भेंट कर उन्हें सुखी दांपत्य जीवन की शुभकामनाएं भी दी।
इस अवसर पर बाबा रामदेव, स्वामी चिदानंद सरस्वती, आचार्य बालकृष्ण, सांसद अजय भट्ट, विधायक महेन्द्र भट्ट ने भी गुप्ता परिवार की दोनों वर वधू को आर्शीवाद देते हुए सुखी दाम्पत्य जीवन की शुभकामनाएं दी। इससे पहले उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी इस परिवार की शादी मे पहुचे थे और उन्होंने कहा था कि वे हमारे पारिवारिक मित्र है ।ये परिवार उत्तराखंड का हितैसी है। अपने परिवार की शादी वे दुनिया मे कही भी करा सकते थे पर उन्होंने इसके लिए उत्तराखंड को चुना ये अछी बात है मै उनका ओर उनके परिवार के लोगों का ओर सभी मेहमानों का स्वागत करता हूँ।
कुल मिलाकर पहली शादी मै हरीश रावत पहुँचे थे जिन्होंने उत्तराखंड मै गुप्ता परिवार का स्वागत करने की बात कही ओर दूसरी शादी में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत पहुँचे जिन्होंने कहा कि आप ने उत्तराखंड आकर अपने परिवार की ये शादी यहां की इसके लिए आपका धन्यवाद।
वही जब मीडिया ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से पूछा कि क्या डेस्टिनेशन वेंडिंग के लिए ओली बेतहर स्थान है या नही या जो त्रिवेंद्र जी कह रहे हैं वो पहल होनी भी चाइये या नही।
जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि देखिए दो बातें है। पहली बात ये है कि ओली डेस्टिनेशन होना चाइये वेंडिंग का ये सवाल गम्भीर है इस पर चर्चा होनी चाइये थी। पर जहा तक वेंडिंग डेस्टिनेशन हो या कुछ आजकल के माडल डेस्टिनेशन जो चल रहे हो उसके लिए मुख्यमंत्री जी ने जो सोचा या उसके लिए जो आमंत्रण दिया मै उसके लिए उन्हें कटघेरे मे नहीं खड़ा करना चाहूंगा । एक ट्रायल है आप एक कोशिश करते है और आवश्यक नही कि आपकी कोशिश सटीक हो ।हो सकता है कि उससे हमको थोड़ा नुकसान हुवा हो और यकीनन पर्यावरण को नुकसान हुवा भी है।
लेकिन इससे ये बात तो निकली की उत्तराखंड के अंदर वेंडिंग डेस्टिनेशन डेवलप किया जाना चाइये । ओर उसके लिए हमारे पास टिहरी से लेकर कही महत्वपूर्ण जगह है ।
तो इसलिए देखिए जो करता है हमको उसका सपोर्ट भी करना चाइये।
मै केवल आलोचना नही करना चाहुगा।
ये बयान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने दिया उनके इस बयान से यही समझा जा सकता है , माना जा सकता है कि उत्तराखंड के हित के लिए , राज्य के विकास के लिये वे दलगत राजनीति से ऊपर उठकर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत की पहल का स्वागत करते है।
वे खुद ही कहते है कि इसके लिए मुख्यमंत्री जी को कटघेरे मे खड़ा नही करूंगा।
रही बात ओली स्थान की तो इस पर चर्चा की जानी चईये।
बहराल आने वाले समय मैं देखना ये होगा कि त्रिवेन्द्र सरकार ने जो महत्वपूर्ण पहल की है ।
उस पहल को वे किस प्रकार आगे बढाते है ।पर्यावरण को देखकर, वो भी नियम मानकों के अनुसार।
ओर महत्वपूर्ण बात स्थानीय लोगो का हित देखते हुए।