उत्तराखंड:  वो 18 साल का लड़का अपने जन्म दिन पर 8 दोस्तो के साथ घूमने निकला था फिर लगा दी दो ने नदी में नहाने के लिए छलांग , दोनों की मौत घर पर कोहराम ( तुम्हे अपने माता पिता की कसम आजकल मत जाओ नदी नाले किनारे)

उत्तराखंड:  वो 18 साल का लड़का अपने जन्म दिन पर 8 दोस्तो के साथ घूमने निकला था
फिर लगा दी दो ने नदी में नहाने के लिए छलांग , दोनों की मौत घर पर कोहराम ( तुम्हे अपने माता पिता की कसम आजकल मत जाओ नदी नाले किनारे)


दुःखद खबर है
बता दे कि पौड़ी गढ़वाल के थलीसैंण तहसील के चौराड़ी गांव निवासी जिला पंचायत सदस्य अमर सिंह का 18 साल का बेटा महेंद्र सिंह नेगी पीरूमदारा के आरके पुरम सांई धाम कालोनी में अपने चाचा के दीपक सिंह नेगी के घर में रहकर पढ़ाई कर रहा था। गुरुवार को उसका बर्थ डे था।वह अपने दोस्तों शांतिकुंज गली नंबर दो निवासी सुमित सोढ़ी पुत्र विजय कुमार और पीरूमदारा निवासी गुरमेल सिंह, विशाल सिंह, अनमोल अग्रवाल, पवन कुमार, जतिन चौधरी और प्रकाश भाटिया के साथ ओखलढूंगा गया था। वे आठों दोस्त चार बाइकों से गए थे। दोपहर करीब 12 बजे सभी क्यारी और ओखलढूंगा के बीच झूला पुल पर पहुंच गए। यहां से महेंद्र नेगी और सुमित ने कोसी नदी में छलांग लगा दी।
बता दे पानी के तेज बहाव में दोनों बह गए। दोनों को बहता देख अन्य छात्रों ने बचाने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। दोस्तों के चीखने की आवाज सुनकर वहां घोड़ों को चरा रहे व्यक्ति ने प्रधान प्रीति सिंह चौरसिया के पति रणजीत सिंह को सूचना दी। इसके बाद भतरौंजखान के एसओ को बताया गया। फिर पुलिस और एनडीआरएफ की टीम खोजबीन में जुटी तो दोनों के शव ओखलढूंगा से चार किमी दूर कुनखेत में मिले। पुलिस ने शवों को कब्जे में ले लिया और उनके परिजनों को सूचना दी। ओखलढूंगा की ग्राम प्रधान प्रीति चौरसिया ने बताया कि छात्र कोसी नदी में नहाने आए थे, लेकिन नदी के बहाव का अंदाजा नहीं लगा सके।
वही ग्रीन फील्ड एकडेमी के प्रबंधक शिशुपाल सिंह रावत ने बताया कि सभी छात्र उनके विद्यालय के हैं। इस दुःखद हादसे बाद युवक के घर मे कोहराम मचा हुवा है
बोलता उत्तराखंड की टीम का आप से हाथ जोडकर निवेदन है की आप अपने बच्चों को इस समय नदी, नाले, गाद गधेरे की तरफ़ भूल कर भी ना जाने दे
ओर नोजवान लोगो आप भी खुद से सावधानी रखते हुए मत जाओ नदी, नाले, गाद गधेरे की किनारे भगवान के लिए
अपने माता पिता परिजनों के बारे में सोचो
उनकी दी हुई नसीहत को मानो
आजकल गंगा का पानी हो या छोटी नदिया ,या फिर
नाले, गाद गधेरे इस समय आपके अनुमान से बहुत अधिक तेज़ बहाव, दलदल , या फिर नदी किनारे फिसलने का खतरा लगातार बना हुआ है
इसलिए निवेदन है आप से
मत जाए नदी किनारे
ओर ना रहे सेल्फी के चककर में
आजकल सेल्फी की मोह माया को भी टाटा बाय बाय करे

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