
उत्तराखंडः सावधान अगले चार दिन तक भारी बारिश का अलर्ट, ख़तरा है बाढ़ और भूस्खलन ।
उत्तराखंड के सात जिलों में आपको बता दे कि अगले चार दिन मैं भारी बारिश हो सकती है। जिसकी वजह से मैदान के निचले इलाकों में बाढ़ और पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन का ख़तरा पैदा हो सकता है। वही मौसम विभाग पहले ही ऑरेंज अलर्ट जारी कर अतिरिक्त सावधानी बरतने के निर्देश जारी कर चुका है
बता दे कि मंगलवार 13 से सोमवार 19 अगस्त तक राजधानी देहरादून ,चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, नैनीताल और पौड़ी में बहुत भारी बारिश के सकेत मौसम विभाग दे चुका है तो कुछ अन्य जिलों में भी बारिश का अनुमान है।
वही मौसम केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह ने राज्य सरकार को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की बात कही हैं। वही इस दौरान पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करने वालों और मैदानी क्षेत्रों के निचले इलाकों में रहने वालों को भी सतर्क रहने को कहा गया है।
तो वही भारी बारिश से प्रदेश में हो रही जान माल की हानि पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रशासन को व्यवस्था दुरुस्त रखने को कहा है। मुख्यमंत्री खुद लगातार अधिकारी को दिशा निर्देश दे रहे है और उनसे जानकारी भी जुटा रहे है इसके साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने युवाओं को भी सलाह दी है कि नदियों व झरनों के किनारे पिकनिक करने से बचें। ओर ऐसी जगह सेल्फी के चक्कर मैं ना उलझे जहा खतरा हो।
वही मुख्यमंत्री रावत ने चमोली के घाट में अतिवृष्टि से हुई जनहानि पर शोक जताते हुए मृतकों के परिवारजनों के प्रति गहरी संवेदना जताई है।
साथ ही जिलाधिकारी चमोली को राहत व बचाव कार्य तेजी से करने व प्रभावितों को अनुमन्य आर्थिक सहायता के साथ अन्य राहत तुरंत उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए है। वही कल देहरादून मे घूमने गए दो छात्रों के बह जाने की घटना को मुख्यमंत्री ने दुखद बताते हुए कहा है कि बरसात में नदियों का जलस्तर कभी भी बढ़ सकता है।ओर इसका अनुमान लगाना बेहद कठिन होता कि पानी कितनी तेजी से बढ़ेगा। ऐसे में बरसात के मौसम में लोग से विशेष रूप से युवाओं से अपील है कि पिकनिक आदि के लिए नदियों, झरनों के पास न जाएं।
बहराल भारी बारिश से अभी तक प्रदेश की लगभग 114 सड़के बंद है जिनको तेजी से खोलने का काम जारी है।