
त्रिवेंद्र सरकार चली अब कस्बों की सूरत सुधारने , नज़र में पहले 31 कस्बे।
उत्तराखण्ड की त्रिवेंद्र सरकार अब मैदानी ओर पहाड़ी जिलों की वर्तमान आबादी की स्थिति को देखते हुए राज्य में सेटेलाइट टाउन विकसित करने जा रही है ।बता दे कि सेटेलाइट टाउन के रूप में विकसित करने के लिए नियोजन विभाग ने अब तक 31 कस्बे चिह्नित किए हैं। बताया जा रहा है कि ये सेटेलाइट टाउन बड़े शहरों और आसपास के गांवों के बीच एक ऐसे विकसित क्षेत्र के रूप में उभरेंगे, मतलब सब कुछ वही शहर की तरफ आना जरुरी नही। साल 2000 यानी कि पिछले 18 सालो पर नज़र डालें तो पहाड़ो से लगातार पलायन बढ़ा है मुख्य वजह स्वास्थ्य सेवाएं, रोजगार और बेहतर शिक्षा की तलाश में गांव से निकलकर लोग सीधे देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर की तरफ आये जिससे यहां भी दबाव तेजी से बढ़ रहा है।
अब इन मुद्दों पर सोचते हुए ही सेटेलाइट टाउन विकसित करने का सुझाव दिया गया है।
बता दे कि 31 कस्बों मे वो कस्बे हैं जिनकी ओर लोग ग्रामीण क्षेत्रों से निकलकर रुख कर चुके हैं।ओर फिर इन कस्बों का विकास अनियोजित रूप से होता दिखाई देने लगा है। सरकार चाहती है कि इन कस्बों में स्वरोजगार के अवसर बढ़ाए जाएं, लघु एवं मध्यम श्रेणी के उद्योगों को आसपास उपलब्ध कच्चे माल के आधार पर शुरू किया जाए।
ओर इन क्षेत्रों में बेहतर कनेक्टिविटी भी कर दी जाए । ख़ास कर बता दे कि इन कस्बों में शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन को विकसित करने पर भी जोर दिया गया है।
वही बता दे कि पर्वतीय क्षेत्रों में या जिलों मै इन कस्बों को मॉडल हिल टाउन का नाम दिया जा सकता है! पर्वतीय जिले मै विकास उतना ही जिससे नुकसान ना हो
ख़बर है कि इन कस्बों का चयन हो चुका है
जिला कस्बे
अल्मोड़ा चौखुटिया, सोमेश्वर, द्वाराहाट
बागेश्वर कपकोट, ग्वालदम
चमोली थराली
चंपावत बनबसा
देहरादून चकराता, रायवाला
हरिद्वार पिरान कलियर
नैनीताल कालाढूंगी, भवाली, रामगढ़
पौड़ी सतपुली, दुगड्डा
पिथौरागढ़ बेरीनाग, धारचूला, मुनस्यारी, डीडीहाट
रुद्रप्रयाग ऊखीमठ, जखोली
टिहरी घनसाली, चमियाला, नरेंद्रनगर
ऊधमसिंह नगर जसपुर, बाजपुर, किच्छा, सितारगंज
उत्तरकाशी चिन्यालीसौड़, बड़कोट, पुरोला
सुभकामनाये नियोजन विभाग को त्रिवेन्द्र सरकार को की जिस उद्देश्य के साथ आप कस्बो की हालत सुधारने की पहल करने वाले है उसने कामयाबी मिले।