उत्तराखंड के दो सपूत शहीद हो गए ।मूल रूप से उत्तराखंड के जिला अल्मोड़ा के ग्राम मासमोली के 20 वर्षीय हिमांशु और ग्राम सारना के 21 वर्षीय बृजेश रौतेला अपना फर्ज निभाते हुए शहीद हुए हैं । जिसके बाद से समूचे उत्तराखंड में शोक की लहर है ।जवान बेटो की शहादत की खबर से गांव में मातम पसर गया है।बता दें कि इससे पहले जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में सरहद पर अपना फर्ज निभाते हुए 11वीं गढ़वाल राइफल के 23 वर्षीय सतपुली, पौड़ी गढ़वाल निवासी मनदीप सिंह नेगी जी शहीद हुए थे। एक हफ्ते के भीतर ये तीसरी शहादत की खबर से देवभूमी गमगीन है।
रिपोर्ट के अनुसार दुर्घटना गंगटोक को सोमगो झील और भारत-चीन सीमा के पास नाथु ला से जोड़ने वाली न्यू जवाहलाल नेहरू रोड पर हुई। दुर्घटनाग्रस्त ट्रक में कुमाऊं रेजिमेंट के छह जवान सवार होकर गंगटोक की ओर जा रहे थे तभी चालक वाहन से नियंत्रण खो बैठा और यह 600 फुट गहरी खाई में जा गिरा। दुर्घटना में चालक और दो अन्य जवानों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। बताया गया है कि सेना, बीआरओ, पुलिस और स्थानीय लोगों ने इस दुर्गम क्षेत्र में खराब मौसम के बीच बचाव अभियान चलाया और तीन घायल सैनिकों को गंगटोक के सेना अस्पताल में भर्ती कराया है। यहां से उन्हें पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में इलाज के लिए भेजा गया है।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत , पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत , पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत , केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक समेत जनप्रतिनिधियों ने शोक व्यक्त किया है । बताते चले कि सिक्किम से हासीमारा , असम जाते समय 07 कुमाऊं रेजीमेंट के हमारे 02 लाल शहीद हो गए। सैन्यधाम , उत्तराखंड के अपने इन वीर सपूतों की शहादत पर तमाम गणमान्यों ने शत – शत नमन किया है । सभी ने ईश्वर से पुण्यात्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोक संतप्त परिजनों को सम्बल प्रदान करने की प्रार्थना की है ।