हल्द्वानीः शांत कही जाने वाली कुमाऊं की वादियां अपराधियों के लिए मुफीद साबित हो रही है. अब पहाड़ की खूबसूरत वादी लावारिस लाशों का ठिकाना बन रही हैं. साल 2020 में पूरे कुमाऊं मंडल में 94 अज्ञात लाशें मिली थी. इसके अलावा 2021 में जनवरी से अप्रैल यानी 4 महीनों में अभी तक 38 लावारिस शव बरामद किए जा चुके हैं. जिसमें पुलिस मात्र 7 लाशों की ही शिनाख्त कर पाई है. वहीं अज्ञात लाशों को ठिकाने के मामले में नैनीताल जिला पहले नंबर पर है.
नैनीताल में 4 महीने में 38 शव बरामद
कुमाऊं आईजी कैंप कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक 2021 जनवरी से अप्रैल महीने तक कुमाऊं मंडल के 4 जिलों में अभी तक 38 लावारिस शव बरामद किए गए हैं. जिसमें से 7 शवों की शिनाख्त हो पाई है. वहीं 2020 में पूरे कुमाऊं मंडल में 94 अज्ञात शव बरामद किए गए. जिसमें मात्र 25 शवों की ही पुलिस शिनाख्त कर पाई.
2021 जनवरी से अप्रैल तक मिले शव
- नैनीताल- 19 लावारिस शव बरामद, 2 की शिनाख्त.
- उधमसिंह नगर- 11 लावारिस शव बरामद, 4 की शिनाख्त.
- पिथौरागढ़- 6 लावारिस शव बरामद, एक की शिनाख्त.
- चंपावत- 2 लावारिश शव बरामद, किसी की शिनाख्त नहीं.
अपराधियों का अड्डा बन रही पहाड़ की वादियां
पहाड़ की खूबसूरत, शांत वादियों में लगातार अज्ञात शव का मिलना पुलिस प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है. पर्यटक मौज मस्ती के लिए कुमाऊं की शांत वादियों में पहुंच रहे हैं, लेकिन आपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर लाशों को ठिकाने लगाने का काम कर रहे हैं।
अपराध पर पुलिस गंभीर
आईजी कुमाऊं अजय रौतेला का कहना है कि अपराधों को लेकर पुलिस गंभीर है. अपराधियों द्वारा जो भी अपराध किए जा रहे हैं, पुलिस समय-समय पर उसकी विवेचना करती रहती है. जो भी अज्ञात शव बरामद हो रहे हैं. उनके शिनाख्त करने की कोशिश की जा रही है.