
- पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लिखते है कि
कुछ राक्षसों ने मिलकर हरिद्वार में भी निर्भया बेटी के साथ जो कुछ हुआ, उसको दोहराया है, उतनी ही नृशंसता, उतने ही आपराधिक षड्यंत्र के साथ हरिद्वार की बेटी के साथ भी जघन्य अपराध हुआ है, उस पीड़ित परिवार के पास मैं भी आंसू बहाने के लिये गया था। सारे हरिद्वार के आंखों में आंसू हैं, लोग , छोटे-छोटे बच्चे चिल्ला रहे हैं।लोगों में डर-दहशत का वातावरण है, जिसे प्रमुख अपराधी समझा जा रहा है वो भाग गया है, वो अभी तक पकड़ा नहीं गया है, मैंने परिवार के लोगों से बात की, ये उन्हीं का साहस था कि अपराध पकड़ में आ गया और एक अपराधी पकड़ा भी गया, दूसरा अपराधी घटनास्थल से ही भाग गया और इसमें दो से भी अधिक अपराधी सम्मिलित हो सकते हैं। मैंने माननीय मुख्यमंत्री जी, पुलिस महानिदेशक व पुलिस उप महानिरीक्षक से बात की है और मैंने अपनी पार्टी के सम्मानित नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश जी, करन महरा जी, हरीश धामी जी, मनोज रावत जी, ममता राकेश जी, आदेश चौहान जी व अन्य लोगों से बातचीत की है, ये सब लोग इस मामले को विधानसभा के पटल पर भी उठायेंगे।