- मोदी धामी की सरकार तेजी से कर रही है नए उत्तराखंड का निर्माण
देवभूमि उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी को चुनाव से महज 6 महीने पहले ही मुख्यमंत्री पद का दायित्व मिला था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धामी पर भरोसा जताया और भाजपा पार्टी ने एक सामान्य विधायक.. सामान्य व्यक्ति धामी
को यह जिम्मा दिया। बस फिर क्या था मुख्यमंत्री धामी ने भी पीएम मोदी के कर्तव्य निष्ठा ईमानदारी के मंत्र को आगे बढ़ाते हुए सिर्फ गिनती के 6 महीने में दमदार पारी खेली और इसी का नतीजा रहा कि उत्त्तराखण्ड में मोदी धामी की सरकार नें वह मिथक तोड़ दिया जिसमे हर 5 साल में सरकार बदलती थी….
आपको बता दे की इस बार धामी सरकार के लिए चारधाम यात्रा बहुत बड़ी चुनौती थी..
और इस बार लगभग 46 लाख से अधिक श्रद्धालु चार धाम यात्रा पर आए. आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चारधाम में तेजी से सुविधाओं का विकास हों रहा है
हम सभी जानते है कि साल 2013 की आपदा में केदारनाथ में काफी नुकसान हो गया था। लेकिन प्रधानमंत्री के कुशल मार्गदर्शन में चल रहे कार्यों के चलते और धामी के नेतृत्व में अब सब बदल गया है। बद्रीनाथ जी में भी मास्टर प्लान पर काम चल रहा है। यहां तक कि अगले साल दिसंबर 2023 तक दोनों काम पूरा करने का लक्ष्य धामी सरकार नें रखा है।
अब वह दिन दूर नहीं ज़ब आने वाले समय मे लोग दो घंटे में दिल्ली से देहरादून आ सकेंगे ( यही है एक नये उत्तराखंड का निर्माण )
और आजकल एलिवेटेड रोड पर उत्तराखंड में तेजी से काम चल रहा है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी लगातार इस बात को कहते है कि प्रधामनंत्री नरेंद्र मोदी के कहे अनुसार 21 वीं सदी का तीसरा दशक उत्त्तराखण्ड का होगा.. जिस पर हमारी सरकार.. तेजी से आगे बढ़ रही हैं।
आपको बता दे कि उत्तराखंड में समान नागरिक सहिंता की सख्त जरूरत थी। और धामी सरकार नें इसे लेकर विधानसभा चुनाव से पहले ही जनता से वायदा भी किया था और फिर सरकार में आते ही धामी नें कमेटी का गठन कर दिया
वही समान नागरिक संहिता को लेकर मुख्यमंत्री धामी लगातार कहते है कि यह किसी के खिलाफ नहीं है।
12 फरवरी 2022 को हमने इसे लेकर संकल्प जताया था और सरकार बनने पर कमेटी बनाई। और आज हमको देखने सुनने को मिल रहा है कि हमारे बाद तमाम राज्य इस पर आगे आ रहे हैं
वही मुख्यमंत्री धामी ने बड़ा फैसला लेते हुए धर्मांतरण पर कड़ा कानून बनाया है। इसके अंतर्गत 10 साल तक की कैद का प्रावधान किया गया।
मुख्यमंत्री धामी कहते है कि उत्तराखंड से हर नए कार्य की शुरुआत होती है और जो हमारे यहां शुरू होता है वो पूरे देश में जाता है।धर्मांतरण पर कानून समय की आवश्यकता थी।
अक्सर राजनेता नेता जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं भ्रष्टाचार मुक्त सरकार की बात करते हैं… और वो सिर्फ बात बात ही रहती है..
पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी नें नामुमकिन को मुमकिन कर के दिखाया.. उत्तराखंड से भ्रष्टाचार का नामोनिशान मिटा डाला इसका प्रमाण है कि उत्तराखंड में साल 2014 व 15 से भर्ती घोटाले चल रहे थे और हमेशा जांच की बात होती थी लेकिन जांच नहीं होती थी। लेकिन धामी नें इसमें प्रारंभिक जांच कराई। और आज उसका परिणाम है कि अभी तक 55 लोग जेल जा चुके हैं और मुख्यमंत्री धामी इस बात को लगातार कहते हैं कि ज़ब तक अंतिम व्यक्ति जेल नहीं जाएगा तब तक कार्रवाई जारी रहेगी चुप नहीं बैठेंगे..
वैसे सही मायने में कहा जाए तो धामी ने बातें कम काम ज्यादा का नारा तो नहीं दिया .. लेकिन आज राज्य के अंदर विकास के काम काज अधिक हो रहे है और बातें कम..
मुख्यमंत्री धामी जहा भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्यवाही की वह लकीर खींच रहे है ताकि भविष्य में कोई ऐसा सोच भी नहीं पाए फिर भ्रष्टाचार तो दूर की बात
वही दूसरी तरफ पीएम मोदी के मार्गदर्शन में एक नये उत्तराखंड के निर्माण के लिए मुख्यमंत्री धामी विकास कि वो लकीर खींचनें में व्यस्त है जिसमें संपूर्ण उत्तराखंड का विकास आईने की तरह साफ दिखाई देता है
हम सभी जानते है कि प्रधानमंत्री मोदी के हाथों केदारनाथ एवं हेमकुंड के लिए रोपवे का शिलान्यास हो चुका है और जल्द ही आने वाले दिनों में यह दोनों यात्रा श्रद्धालुओं के लिए आसान हो जाएंगी।
और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी साल 2025 तक उत्त्तराखण्ड को देश के अग्रिम राज्य में शामिल करने के लिए संकल्पबद्ध हैं। जिस पर तेजी से काम उत्तराखंड में हो रहा है..