यमकेश्वर विधानसभा में महेन्द्र राणा की एंट्री से भाजपा ओर शलेन्द्र रावत में खलबली, जिताऊ चेहरा है राणा किसी भी पार्टी के टिकट पर लड़ सकते है चुनाव !

यमकेश्वर विधानसभा में महेन्द्र राणा की एंट्री से भाजपा ओर शलेन्द्र रावत में खलबली, जिताऊ चेहरा है राणा किसी भी पार्टी के टिकट पर लड़ सकते है चुनाव

जहां एक ओर अभी भी पूरी दुनियां कोविड-19 से उभरी भी नहीं है वहीं यमकेश्वर विधानसभा के विकास खण्ड द्वारीखाल के ब्लॉक प्रमुख महेन्द्र राणा लगातार कोविड काल और आज भी जन सेवा में लगे हुए हैं। इस बार उनके द्वारा यमकेश्वर विधान सभा क्षेत्र में 800 से अधिक बच्चों को गोद लेकर उनकी समस्त शैक्षिक जरूरतों को पूरा किया जा रहा है।
इसी क्रम में उनके द्वारा आज यमकेश्वर विधान सभा के जनता इन्टर कॉलेज पोखरखाल और रा0ई0का0 दिउली में जरूरतमंद छात्र-छात्राओं को अध्ययन सामग्री का वितरण किया गया।
विद्यालय में पहुंचने पर क्षेत्रवासियों द्वारा महेन्द्र राणा का भव्य स्वागत किया गया, शायद अब लोग समझ चुके हैं कि आज वास्तव में समाज को ऐसे दानवीरों की आवश्यकता है जो समाज को एक नई दिशा देने का जजबा रखते हैं। महेन्द्र राणा ने विद्यालय में बच्चों से मिलकर उन्हें देश प्रेम और जीवन में कभी भी हार न मानने का पाठ पढाया। क्योंकि महेन्द्र राणा मानते हैं कि अगर देश का हर बच्चा अपने देश से प्रेम करेगा तो उस देश की प्रगति निश्चित है।
महेन्द्र राणा क्षेत्र में अपने कार्य करने की विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं और लम्बे समय से सामाजिक व राजनैतिक कार्यों से जुडे हुए व्यक्ति हैं। शायद ही उत्तराखण्ड में ऐसा कोई ब्लॉक प्रमुख होगा जो इतनी तत्परता से अपने क्षेत्र के विकास कार्यों में लगा हो। महेन्द्र राणा चाहते तो अन्य राजनेताओं की तरह पहाड से मुंह मोड सकते थे किन्तु इनका पहाड और पहाडवासियों से लगाव बताता है कि वे एक सच्चे जनसेवक हैं जो अपने क्षेत्र की जनता को कभी भी मझधार में नहीं छोडेंगे। अपने कार्यों से हमेशा से चर्चाओं में रहने वाले राणा को भारत सरकार का पंचायतीराज मंत्रालय तीन बार पुरस्कृत कर चुका है। विकास खण्ड स्तर पर उनके द्वारा कराये गये कार्यों की क्षेत्रवासियों द्वारा प्रसंशा की जा रही है जो बताता है कि राणा का अपने क्षेत्र के प्रति कितना लगाव है।

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