जानिए पूरी डिटेल: उत्तराखंड में कहा ओर कब अग्निवीरों के लिए होने वाली है भर्ती रैली ( तीन भर्ती रैली होंगी )
देहरादून, 8 जुलाई।
उत्तराखंड में अग्निवीरों के लिए भर्ती रैली आयोजित होने वाली है। अल्मोड़ा के रानीखेत में अगस्त में अग्निवीर भर्ती होगी। सेना के नियमों और शर्तों के अनुसार 10वीं और 12वीं पास कर चुके युवा भर्ती का हिस्सा बन सकते हैं। भर्ती में पुरुष और महिला दोनों को ही सेना में सेवा देने का अवसर मिलेगा। इस भर्ती का हिस्सा साढ़े 17 साल से 21 साल तक के युवा हो सकते हैं। शारीरिक दक्षता और मेडिकल स्टैंडर्ड वर्तमान समय में भारतीय सेना में भर्ती के लिए तय किए गए हैं। भारतीय सेना की अग्निपथ योजना के अनुसार अग्निवीरों को 2 महीने से लेकर 6 महीने तक ट्रेनिंग दी जाएगी।
उत्तराखंड में 3 भर्ती रैलियां
पूरे देश में भारी विरोध के बीच अग्निवीर योद्धाओं की भर्ती शुरू होने जा रही है। थल सेना की ओर से अग्निवीर भर्ती रैली की तिथियां जारी कर दी गई हैं। अग्निवीरों में जनरल ड्यूटी, टेक्निकल, क्लर्क, ट्रेड्समैन (10वीं), ट्रेड्समैन (8वीं) के पदों पर भर्ती की जाएगी।
भारतीय सेना में पहले चरण में 25 हजार अग्निवीरों की भर्ती होगी। कोटद्वार में अग्निवीर भर्ती रैली 19 से 31 अगस्त, 2022 के बीच होगी।
यहां चमोली, देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी गढ़वाल, रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल और उत्तरकाशी जिलों के युवा भर्ती में हिस्सा ले सकेंगे।
इसी तरह रानीखेत में 20 से 31 अगस्त के बीच अग्निवीर भर्ती रैली होगी। जिसमें अल्मोड़ा, बागेश्वर, नैनीताल और ऊधमसिंहनगर जिले कवर होंगे।
पिथौरागढ़, चंपावत में 5 से 12 सितंबर के बीच अग्निवीर भर्ती रैली होगी। जिसमें पिथौरागढ़, चंपावत के युवा भाग लेंगे।
अग्निपथ योजना के बारे में
अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर भर्ती के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 1 जुलाई 2022 से शुरू हो गई है। आर्मी में इच्छुक और योग्य उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट joinindianarmy.nic.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। बता दें कि भर्ती के माध्यम से अग्निवीर जनरल ड्यूटी, टेक्निकल, ट्रेड्समैन एवं क्लर्क पदों पर भर्ती की जाएगी। अग्निवीर भर्ती रैली 2022 के लिए आवेदन 3 अगस्त तक किए जा सकते हैं।
नोटिस के अनुसार, आर्मी एक्ट 1950 के तहत यह भर्ती चार साल के लिए होगी। चार साल की सेवा के बाद 75 फीसदी अग्निवीरों को सेवानिधि पैकेज और स्किल सर्टिफिकेट देकर सेवामुक्त कर दिया जाएगा। जबकि 25 फीसदी अग्निवीरों को सेना में 15 साल के लिए स्थायी तौर पर नियुक्त किया जाएगा। नौसेना में चयनित अग्निवीर की सैलरी पहले साल 30 हजार, दूसरे साल 33 हजार, तीसरे साल 36 हजार और चौथे साल 40 हजार रुपये होगी। सैलरी का 30 फीसदी हिस्सा अग्निवीर कॉर्प्स फंड के लिए कटेगा।
चार साल बाद सैनिकों को 10 लाख से 12 लाख रुपये दिए जाएंगे। ये पैसा टैक्स फ्री होगा।
खास बातें-
अग्निपथ के लिए 17.5 साल से 23 साल के बीच के उम्मीदवार आवेदन कर सकेंगे।
कोरोना महामारी के कारण केवल पहले साल की भर्ती में उम्र सीमा में 2 साल की छूट दी गयी है।
आवेदन करने वाले युवा कम से कम 50 फीसदी नंबरों के साथ 12वीं पास होने चाहिए।
भर्ती होने वाले युवाओं को छह महीने तक ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद 3.5 साल तक सेना में सर्विस देनी होगी।
चार वर्ष की सेवा के पश्चात 25 प्रतिशत अग्निवीरों को उनकी कौशलता के आधार पर स्थाई किया जाएगा।
सेवा समाप्ति के पश्चात अग्निवीरों को उनकी कौशलता के अनुरूप स्किल सर्टिफिकेट दिया जाएगा। जो भविष्य में उनके लिए रोजगार के रास्ते खोलेगा।
अग्निवीरों को 48 लाख रूपए का बिमा किया जाएगा।
अग्निपथ स्कीम के तहत सेना के जवान अर्थात अग्निवीरों को भी उत्त्कृष्ट प्रदर्शन के एवज में गैलेंट्री अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।