भारत माता का लाल 2 आतंकियों को ढेर कर देश पर हुवा कुर्बान 26 साल का कर्णवीर , सिर और सीने में लगी गोली जय हिंद
आपको बता दे कि कश्मीर के शोपियां में एनकाउंटर में सतना के वीर जवान कर्णवीर सिंह राजपूत अपना शौर्य दिखाते हुए वीर गति को प्राप्त हो गए
26 साल के कर्णवीर सतना शहर के रहने वाले रिटायर्ड फौजी राजू सिंह के बेटे थे। बेटे की शहादत की खबर परिजनों तक पहुंची चुकी है। दो आतंकियों को मारने के बाद गोलीबारी में वे जख्मी हो गए थे। कर्णवीर 21 राजपूत रेजिमेंट 44RR में तैनात थे।
शहीद हुए कर्णवीर वैसे तो मूलत: सतना जिले के ग्राम दलदल के रहने वाले थे। बताया जा रहा है कि रात से आतंकियों के साथ चल रही मुठभेड़ में सतना के कर्णवीर मोर्चा संभाले थे, लेकिन सुबह लगभग 4 बजे आतंकियों की गोली उनके सिर और सीने पर लगी। इस मुठभेड़ में पांच और जवान घायल हुए हैं

सतना का लाल कश्मीर में शहीद:2 आतंकियों को ढेर कर देश पर कुर्बान हुए 26 साल के कर्णवीर, सिर और सीने में लगी गोली
सतना25 मिनट पहले

कर्णवीर मूतल: सतना जिले के ग्राम दलदल के निवासी थे।
कश्मीर के शोपियां में एनकाउंटर में सतना के वीर जवान कर्णवीर सिंह राजपूत अपना शौर्य दिखाते हुए वीर गति को प्राप्त हो गए। 26 साल के कर्णवीर सतना शहर के रहने वाले रिटायर्ड फौजी राजू सिंह के बेटे थे। बेटे की शहादत की खबर परिजनों तक पहुंची चुकी है। दो आतंकियों को मारने के बाद गोलीबारी में वे जख्मी हो गए थे। कर्णवीर 21 राजपूत रेजिमेंट 44RR में तैनात थे।

साथी जवानों के साथ कर्णवीर।
शहीद हुए कर्णवीर वैसे तो मूलत: सतना जिले के ग्राम दलदल के रहने वाले थे। बताया जा रहा है कि रात से आतंकियों के साथ चल रही मुठभेड़ में सतना के कर्णवीर मोर्चा संभाले थे, लेकिन सुबह करीब 4 बजे आतंकियों की गोली उनके सिर और सीने पर लगी। इस मुठभेड़ में पांच और जवान घायल हुए हैं।
दो भाइयों में कर्णवीर छोटे थे। अभी उनकी शादी नहीं हुई थी। मंगलवार को सुबह उन्होंने पिता से बात की थी, लेकिन फिर उन्होंने फोन नहीं उठाया। बुधवार दोपहर 12 बजे पिता को सूचना मिली कि उनके लाल ने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी है। यह खबर मिलते ही क्षेत्र में सन्नाटा पसर गया। मां की तबीयत बिगड़ गई। उधर, शहादत की खबर मिलते ही विधायक रामपुर विक्रम सिंह विक्की और अपर कलेक्टर राजेश शाही शहीद के घर पहुंच
जानकारी के मुताबिक, आतंकी कार से आए थे। उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। क्रॉस फायरिंग में कर्णवीर शहीद हो गए। दो महीने पहले ही वे सतना आए थे। शहीद के पिता रवि कुमार सिंह भी सेना में सूबेदार थे।