
T20 विश्व कप: अबुधाबी में मैच से पहले कमरे में फंदे पर लटका मिला भारतीय पिच क्यूरेटर मोहन सिंह का शव
आईसीसी ने भी उनके निधन पर शोक जताया है
खेल की इस वैश्विक संस्था की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘हमें काफी दुख हुआ है। हमारी प्रार्थना उनके परिवार, दोस्तों, अबुधाबी क्रिकेट और इस आयोजन से जुड़े सभी लोगों के साथ हैं।’
अबुधाबी क्रिकेट स्टेडियम के मुख्य पिच क्यूरेटर मोहन सिंह रविवार यानी 7 नवंबर 2021 को अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच टी20 विश्व कप मैच से कुछ घंटे पहले अपने कमरे में मृत मिले।
मौत के कारणों का तत्काल पता नहीं चला है, लेकिन स्थानीय पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है।
यूएई क्रिकेट के सूत्रों के अनुसार, उत्तराखंड के 45 साल के मोहन सिंह अवसादग्रस्त थे।
न्यूजीलैंड-अफगानिस्तान के मैच से पहले उन्होंने पिच का मुआयना किया। बाद में उन्हें उनके कमरे में फंदे पर लटका पाया गया।
अबुधाबी क्रिकेट और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने उन्हें श्रद्धांजलि दी, लेकिन मौत के कारण का खुलासा नहीं किया।
उनके परिवार में पत्नी और बेटी हैं जो जल्द ही अबुधाबी पहुंचेंगे।
अबुधाबी क्रिकेट के बयान में कहा गया है, ‘हमें बहुत दुख के साथ यह बताना पड़ रहा है कि मुख्य क्यूरेटर मोहन सिंह का आज निधन हो गया है।
मोहन 15 वर्षों से अबुधाबी क्रिकेट के साथ थे।
उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान इस आयोजन स्थल की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।’
बयान के मुताबिक, ‘मोहन के परिवार और हमारे मैदानकर्मियों की सहमति से आईसीसी टी20 विश्व कप के सुपर 12 में अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड का मैच रविवार को अबुधाबी में तय कार्यक्रम के मुताबिक हुआ।’
बयान में कहा गया है, ‘मोहन को श्रद्धांजलि और उनकी अविश्वसनीय उपलब्धियों को आने वाले दिनों में सम्मानित किया जाएगा।
हमारी संवेदनाएं मोहन के परिवार के साथ हैं। हम मीडिया से इस दुखद समय में उनकी निजता का सम्मान करने का आग्रह करते हैं।’
यूएई क्रिकेट के सूत्रों ने बताया कि मोहन का शव उनके कमरे में फंदे पर लटका मिला। विश्व कप आयोजन से जुड़े एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने पीटीआई से कहा, ‘मोहन सिंह ने सुबह मैदान और पिच का निरीक्षण किया
उन्होंने हमसे व्यवस्थाओं के बारे में बात की और चले गए। जब वह तय समय पर मैदान पर नहीं पहुंचे तो लोग उनके कमरे में गए। वहां उन्हें छत से लटका पाया गया। उनकी मौत का कारण आत्महत्या हो सकती है।’
उन्होंने कहा, ‘हमें पता चला है कि वह 4 महीने से काफी अवसाद में थे। इसका कारण पता नहीं चला है। हमें जानकारी नहीं कि वह किसी डॉक्टर के संपर्क में थे या नहीं।’ सूत्र ने कहा, ‘मैच से पहले आत्महत्या से उनकी मौत हुई या नहीं, इसका पता पुलिस जांच पूरी होने पर ही चल सकता है।’
आईसीसी ने भी उनके निधन पर शोक जताया है। खेल की इस वैश्विक संस्था की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘हमें काफी दुख हुआ है। हमारी प्रार्थना उनके परिवार, दोस्तों, अबुधाबी क्रिकेट और इस आयोजन से जुड़े सभी लोगों के साथ हैं।’ आईसीसी ने बताया कि परिवार और अबुधाबी क्रिकेट की सहमति मिलने के बाद मैच तय कार्यक्रम के मुताबिक हुआ।
मोहन ने 2000 के दशक की शुरुआत में यूएई जाने से पहले मोहाली में बीसीसीआई के पूर्व मुख्य क्यूरेटर दलजीत सिंह की देखरेख में काम किया था। लगभग 22 साल तक भारतीय क्रिकेट की सेवा करने वाले दलजीत, मोहन के निधन की खबर सुनकर सदमे में हैं।
उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘जब वह मेरे पास आया था तो बच्चे जैसा था। वह बहुत ही प्रतिभाशाली और मेहनती था। वह गढ़वाल का रहने वाला था। मैं उसे पारिवारिक व्यक्ति के रूप में भी याद कर रहा हूं।’
दलजीत ने कहा, ‘संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) जाने के बाद, वह जब भी देश में आता था तो मुझसे मिलता था, लेकिन पिछले कुछ समय से हमारी मुलाकात नहीं हुई थी। वह बहुत जल्द चला गया। यह वास्तव में दुखद है।’