क्या शिक्षा मंत्री को नही मालूम? उत्तराखंड के शिक्षा विभाग में चहेतों के लिए निकलता है तोड़, भाड़ में जाय नियम ! ये मिली सुगम में तैनाती!
ओर चहेते पहुंचे दुर्गम से सुगम में
दुर्गम क्षेत्रों के स्कूलों में कार्यरत इन शिक्षकों को सुगम में लाने के लिए विभाग में पहले व₹ 2017 में शिक्षा निदेशालय देहरादून में एक विशेष शिकायत निवारण प्रकोष्ठ का गठन किया गया।
ख़बर वायरल है कि उत्तराखंड शिक्षा सचिव राधिका झा ने उत्तराखंड में शिक्षकों के अटैचमेंट समाप्त कर उन्हें मूल तैनाती पर भेजने का आदेश किया, लेकिन विभाग ने सिफारिशी और चहेते शिक्षकों के लिए इसका भी तोड़ निकाल लिया। एक मंत्री के साथ अटैच भौतिक विज्ञान के लेक्चरर प्रणय बहुगुणा और भाजपा के एक बड़े नेता की शिक्षिका पत्नी ऊषा गैरोला का विभाग ने सचिव के आदेश के बाद अटैचमेंट तो खत्म कर दिया, लेकिन इन शिक्षकों को उसी दिन मूल तैनाती पर भेजने के बजाय डायट देहरादून में8 तैनाती दे दी गई।
यही नही इसके अलावा एक अन्य मंत्री की सिफारिश पर उनके पीआरओ की शिक्षिका पत्नी का उत्तरकाशी से डायट देहरादून में तबादला कर दिया गया।
बता दे कि दुर्गम क्षेत्रों के स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों को सुगम में लाने के लिए विभाग में पहले वर्ष 2017 में शिक्षा निदेशालय देहरादून में एक विशेष शिकायत निवारण प्रकोष्ठ का गठन किया गया। इस प्रकोष्ठ में नैनीताल से एस जोशी, रुद्रप्रयाग से प्रणय बहुगुणा और ऊधमसिंह नगर से उमेश शाह और टिहरी जिले से ऊषा गैरोला की तैनाती की गई।
शिकायत प्रकोष्ठ के नाम पर विभिन्न जिलों से देहरादून लाए गए इन शिक्षकों में से प्रणय बहुगुणा व एस जोशी एक मंत्री के साथ अटैच रहे। शिक्षा सचिव राधिका झा ने 13 सितंबर 2021 को प्रदेश के सभी शिक्षकों के अटैचमेंट समाप्त करने का आदेश जारी किया, लेकिन विभाग ने उसी दिन शून्य तबादला सत्र के बावजूद लेक्चरर प्रणय बहुगुणा, ऊषा गैरोला और सरिता रावत की डायट देहरादून में तैनाती कर दी।
अपर सचिव रवनीत चीमा की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि राजकीय बालिका इंटर कॉलेज पुरोला उत्तरकाशी में लेक्चरर सरिता रावत, राजकीय इंटर कालेज बाड़ा बच्णस्यू रुद्रप्रयाग में लेक्चरर प्रणय बहुगुणा एवं राजकीय इंटर कॉलेज म्याणी टिहरी गढ़वाल में सहायक अध्यापिका एलटी हिंदी ऊषा गैरोला की डायट देहरादून में खाली पद के प्रति प्रतिनियुक्ति, स्थानांतरण पर तैनाती की जाती है। बताया गया है कि सरिता रावत एक मंत्री के पीआरओ की पत्नी हैं।
उत्तराखंड में चहेते शिक्षकों के लिए तबादला एक्ट की अनदेखी हो रही है। जो शिक्षक गंभीर बीमार हैं और वर्षों से दुर्गम क्षेत्रों के स्कूलों में तैनात हैं उनकी कोई सुध लेना वाला नहीं है ये आरोप
अजय राजपूत जो प्रदेश अध्यक्ष राजकीय माध्यमिक शिक्षक संघ के उन्होंने लगाया
वही एससीईआरटी और डायट में 2013 के ढांचे के शासनादेश की अनदेखी से शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। इसमें योग्य एवं अकादमिक अधिकारियों की तैनाती न होने से प्रदेश को करोड़ों की चपत भी लग रही है। ये कहना अंकित जोशी का है जो अध्यक्ष है राजकीय शिक्षक संघ एससीईआरटी शाखा देहरादून की
शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी से जब इस मामले में पूरी बात की गई तो उनका कहना था कि जिन शिक्षकों की तैनाती की बात की जा रही है, उनके धारा 27 के प्रकरण हो सकते हैं, इस मामले को दिखवाया जाएगा।