आज मोदी विरोध के साथ-साथ देश के विरोध पर उतर आए विरोधी दल – जेपी नड्डा
महत्वपूर्ण बातें
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि भाजपा को हराने के लिए अब सारे दल एकजुट होंगे। हमें अपनी शक्ति को इतना बढ़ाना है कि हम उन्हें हरा सकें।
आज सभी विरोधी दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करने के साथ-साथ देश के विरोध पर उतर आए हैं। ओर विरोध करने वालों में कुछ अंतरराष्ट्रीय शक्तियां भी शामिल हैं।
ये बात उन्होंने भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों, विधायकों को संबोधित करते समय कही
उन्होंने बिहार विधानसभा और हैदराबाद नगर निगम चुनाव में भाजपा की जीत का जिक्र प्रमुखता से किया। उन्होंने कहा कि वहां भाजपा को हराने के लिए विरोधी शक्तियां एकजुट हुईं, लेकिन लोगों में मोदी के प्रति लगाव है।
नड्डा ने कहा कि हमारे लिए प्रखर राष्ट्रवाद सबसे पहले है। उसके बाद दल है और फिर व्यक्ति है।
विचारधारा हमारी पूंजी है
भाजपा में जो भी जिन भी परिस्थितियों में आया है, उसे यह समझ लेना चाहिए कि वह सही जगह पर है। नड्डा ने एकात्म मानववाद और अंतोदय के महत्व पर भी रोशनी डाली।
नड्डा ने केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना,
उज्ज्वला योजना,
किसान सम्मान निधि, आत्मनिर्भर भारत समेत कई अन्य योजनाओं के बारे में आंकड़ों के जरिये दावा किया कि इससे समाज के कमजोर, गरीब और अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को फायदा हुआ है।
साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में फ्रांस और अमेरिका जैसे बड़े राष्ट्र फैसले नहीं ले पाए, लेकिन पीएम मोदी ने लॉकडाउन लगाकर आह्वान किया कि जान है तो जहान है। पीएम मोदी और भाजपा का सशक्त होना राष्ट्र की आवश्यकता है।
वही प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को विश्वास दिलाया कि प्रदेश में उनके मार्गदर्शन में पार्टी विधानसभा चुनाव में 60 सीटें जीतेगी। तो मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आश्वस्त किया कि भाजपा विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगी और दोबारा सत्ता में आएगी।
वही नड्डा ने पार्टी नेताओं को मतदाताओं से सीधा संवाद करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि वोटर का केवल कार्य कर देना काफी नहीं है, उससे निरंतर बातचीत होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पद मिल जाने के बाद हममें मैं की भावना नहीं आनी चाहिए। सदैव हम बनकर कार्य करना चाहिए।
महत्वपूर्ण बात
बूथ जीतोगे तो उत्तराखंड जीतेंगे : नड्डा
जेपी नड्डा मंडल समिति की बैठक में एक टीचर की भूमिका में नजर आए। उन्होंने मंडल के पदाधिकारियों को बूथ स्तर पर संगठन की मजबूती के मंत्र दिए। उन्होंने कहा कि बूथ जीतोगे तो उत्तराखंड जीतेंगे। नड्डा ने कहा कि पार्टी के पदाधिकारी बिना जिम्मेदारी न रहें। अपने काम का मूल्यांकन करने के साथ ही लक्ष्य निर्धारित कर समयबद्ध तरीके से पार्टी के लिए काम करें। मंडल और शक्ति केंद्रों के पदाधिकारी महीने में कम से कम एक दिन शक्ति केंद्रों और बूथों पर प्रवास कर कार्यकर्ताओं के मिलें।
वही शनिवार को हिंदू नेशनल इंटर कॉलेज में मंडल समिति पदाधिकारियों की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने मंडल पदाधिकारियों का परिचय लिया। इसके बाद उन्होंने पूछा कि वैचारिक पृष्ठभूमि से पार्टी से लोगों को जोड़ने में दिक्कतें आती हैं? उन्हें जवाब मिला नहीं।
इस पर नड्डा ने कहा कि इसके दो कारण हो सकते हैं या तो पदाधिकारी लोगों के बीच नहीं जाते हैं या वे अपने काम के प्रति इतने पारंगत हैं कि दिक्कत आती ही नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी के पदाधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी के बारे में पता होना चाहिए। उन्हें यह जानकारी होनी चाहिए कि 35 से कम और 18 वर्ष आयु तक के कितने लोग पार्टी से जुड़े हैं।
वही राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के बीच दूरियां नहीं होनी चाहिए। इसके लिए हर पदाधिकारी योजना बनाकर मंडल व शक्ति केंद्रों का एक दिन का प्रवास करें। संगठन को चलाने के लिए जान लगानी पड़ती है। 2022 में होने वाले चुनाव के लिए 2021 के शुरुआत से ही पन्ना प्रमुखों को सक्रिय रूप से काम करना होगा।
इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत, विधायक खजान दास, महानगर अध्यक्ष विशाल गुप्ता, मंडल अध्यक्ष सीताराम भट्ट, महासचिव विपिन खंडूड़ी, अरुण खरबंदा समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
मोदी सरकार की 20 बातें याद होनी चाहिए
नड्डा ने कहा कि केवल नारे लगाने से बात नहीं बनेगी। हर पार्टी कार्यकर्ताओं को मोदी सरकार की 20 बातें आंकड़ों के साथ याद होनी चाहिए। इसके लिए ज्ञान बढ़ाने को कार्यकर्ताओं को स्वाध्याय करना होगा। कृषि कानूनों से किसानों को क्या फायदे होंगे। इसकी जानकारी कार्यकर्ताओं को होनी चाहिए।