क्या मछली तालाबों के ठेकों में हो गया करोड़ों का घोटाला!! अब धामी सरकार करेगी जांच…!

 

क्या मछली तालाबों के ठेकों में हो गया करोड़ों का घोटाला!! अब धामी सरकार करेगी जांच…!

 


देवभूमि उत्तराखंड में भ्रष्टाचार पर प्रहार करते हुए लगातार मुख्यमंत्री धामी देखे जाते हैं… धामी की प्राथमिकता है कि उत्तराखंड से भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाना है.. जिसके लिए मुख्यमंत्री धामी संकल्प ले चुके हैं.
पर इसके बावजूद भी कभी कबार खबरें कुछ विभागों से निकल आती है… जहां सेटिंग
गेटिंग के आधार पर मानकों को ताक पर रख कर.. खेल खेल दिया जाता है ..

ऐसा ही कुछ आजकल उत्तराखंड में सुनाई दे रहा है
कहीं न्यूज़ पोर्टल में खबरें छप रही है ओर आरोप है कि मत्स्य अभिकरण द्वारा मत्स्य पालन के जलाशयों के
ठेक़ो मे घोटाले हुए है  ओर  ये खबरें वायरल हे..
सूत्र कहते हैं  ओर आरोप है कि… तीन से चार बार जलाशयों के टेंडर कैंसिल होने के बाद सेटिंग गेटिंग का खेल.. खेलने वालों ने… अपने चहेते ठेकेदार को… प्रदेश की 4 जलाशय देने की तैयारी कर ली है …!

खबर यह भी है कि ये चेहता ठेकेदार फिर मोटी रकम लेकर इन जलाशयों के ठेके स्थानीय व्यक्ति को सबलेट कर देगा!!
ऐसी खबरें फैल रही है…

कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के भाजपा नेता का पुत्र जो कांग्रेस में शामिल है … उसका नाम इस ठेकेदार को ठेका दिलाने में चर्चाओं में आ रहा है…
 आरोप  है कि उनकी रिश्तेदारी की चर्चा धामी सरकार के एक मंत्री से भी है!! .सूत्र कहते हैं कि इस ठेकेदार को .. अहर्ता दिलाने के लिए.. टेंडरों के नियम एवं शर्त में.. कई बार बदलाव किया गया….!!
कैच कल्टीवेशन अनुभव टर्नओवर.. इत्यादि में परिवर्तन किया गया ताकि उसको ठेका दिलाया जा सके ….!!

सूत्र कहते हैं कि… पिछले सालों तक यह ठेके 5 वर्षों के लिए दिए जाते थे… पर अब यह ठेके 10 साल के लिए दिए जा रहे हैं …. मतलब साफ है लंबी अवधि तक उत्तराखंड के स्थानीय लोगों को दूर करना…

खबर है कि एक जलाशय पर मात्र एक टेंडर आया था…
बाकी पर दो दो….
ओर टिहरी जलाशय पर कोई टेंडर ही नहीं आया…. क्योंकि उसके चेहते के लिए घाटे का सौदा का था…. सुना है कि चाहते ठेकेदार के कुछ पेपर भी पूरी नहीं थे ..

अब खबर है कि 1 से 2 टेंडरों के बावजूद फिर बाहरी ठेकेदार को ये ठेके देने की तैयारी है…

अब सवाल उठने लगे हैं कि.. आखिर उत्तराखंड की स्थानीय युवा.. यहां के ठेकेदार जाए तो कहां जाए… क्योंकि उनके अनुसार उनके साथ..छल हो रहा है …
बहराल ये पूरा प्रकरण मुख्यमंत्री के संज्ञान में है या नहीं.. यह तो मालूम नहीं… पर यदि इन आरोपों में सच्चाई है…. तो मुख्यमंत्री को.. तुरंत जांच के आदेश दे देने चाहिए… ताकि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी चलाई गई मुहिम पर… कोई जरा सा भी दाग लगाने की कोशिश ना कर सके ……

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