
उत्तराखंड: नौकरियों देनी किसी ने नी ओर बहस करवा लो इन सबसे अब उत्तराखंड को हल्के में मत लेना सुनिये तो जरा हरीश रावत के बोल
कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में जनता को कोई राहत नहीं प्रदान की है। उन्होंने छह साल में पांच सौ लोगों को भी नौकरी नहीं दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल केवल शीला दीक्षित सरकार के समय किेए गए बेहतर कामकाज का लाभ उठा रहे हैं और उन्होंने दिल्ली की जनता के लिए कोई काम नहीं किया है…
बता दे कि अरविंद केजरीवाल ने उत्तराखंड में सत्ता में आने पर छह महीने के अंदर एक लाख सरकारी नौकरियां देने की घोषणा की है। अब कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में इस मुद्दे पर बहस छिड़ गई है। कांग्रेस नेता हरीश रावत ने इसे अरविंद केजरीवाल का सबसे बड़ा फ्रॉड करार देते हुए कहा है कि दिल्ली सरकार ने अपने साढ़े छह साल के कार्यकाल में पांच सौ नौकरी भी नहीं दे सके हैं, लेकिन उत्तराखंड में आकर वे एक लाख नौकरियां देने का वायदा कर रहे हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी ने इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस नेता को बहस की चुनौती दी है। पार्टी ने कहा कि हरीश रावत उनसे बहस करें और वे बताएंगे कि ये नौकरियां कब, कहां और कैसे दी जाएंगी।
आम आदमी पार्टी नेता नवीन पिरशाली ने आरोप लगाया कि हरीश रावत स्वयं मुख्यमंत्री रहते हुए जनता के लिए कोई काम नहीं कर सके हैं। उन्होंने युवाओं को बेरोजगार रखा है और इसी प्रकार भाजपा ने भी अपने पांच साल के कार्यकाल में केवल मुख्यमंत्री बदलने का काम किया है। दोनों ही दलों ने उत्तराखंड की जनता को कोई राहत नहीं दी है, जबकि अरविंद केजरीवाल दिल्ली की जनता के पैसे की बचत कर उसे भारी राहत दे रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और भाजपा केजरीवाल की सफलता को पचा नहीं पा रहे हैं।
इसके पहले केजरीवाल की घोषणा पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस नेता कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में जनता को कोई राहत नहीं प्रदान की है। उन्होंने छह साल में पांच सौ लोगों को भी नौकरी नहीं दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल केवल शीला दीक्षित सरकार के समय किेए गए बेहतर कामकाज का लाभ उठा रहे हैं और उन्होंने दिल्ली की जनता के लिए कोई काम नहीं किया है।
वही भाजपा प्रवक्ता नेहा जोशी ने कहा कि एक आरटीआई से पता चला है कि अरविंद केजरीवाल सरकार ने अपने साढ़े छह साल के कार्यकाल में केवल 406 युवाओं को नौकरियां दी हैं। वे दिल्ली के 14 लाख युवाओं को एक रुपया भी बतौर बेरोजगारी भत्ता नहीं दे रहे हैं और उत्तराखंड में आकर पांच हजार रूपये भत्ता देने की बात कह रहे हैं। भाजपा नेता ने कहा कि उनकी बातों को उत्तराखंड में कोई स्वीकार नहीं करेगा