कृषि कानून के विरोध में उत्तराखंड के किसानों ने देहरादून स्थित गांधी पार्क के पास प्रदर्शन किया। शनिवार को इस दौरान किसान यूनियन तोमर के पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे। यहां से उन्होंने राजभवन कूच किया।
राजभवन कूच करने पहुंचे किसानों को पुलिस द्वारा हाथीबड़कला में बैरिकेडिंग लगाकर रोका गया। जिसके बाद किसान वहीं धरने पर बैठ गए। इस दौरान मौके पर अधिकारी पहुंचे और उन्हें समझाने का प्रयास किया गया। यहां से पुलिस किसानों को गिरफ्तार कर ले गई।
कृषि कानून रद्द कराने की मांग के लिए शुरू हुए किसान आंदोलन को सात महीने पूरे हो गए हैं।वहीं शनिवार को चंडीगढ़ में 32 किसान संगठनों ने राजभवन की तरफ कूच किया। दोपहर करीब पौने एक बजे किसान पंचकूला के नाडा साहिब गुरुद्वारा से रवाना हुए।
वहीं मोहाली से किसानों ने अंब साहिब से यादविंदर चौक की तरफ कूच किया। इस दौरान किसान नेता रुलदू सिंह ने कहा कि आज के दिन इंदिरा गांधी की तरफ से इमरजेंसी लगाई गई थी। उसे याद करते हुए यह मोर्चा निकाला जा रहा है।
यादविंदर चौक पर किसानों ने पुलिस के बैरिकेड तोड़ दिए। किसान नेता रणजीत सिंह ने कहा कि हमने 5000 तक के किसानों का टिकट सोचा था, लेकिन अब तक 30 हजार से ज्यादा किसानों का टिकट हो चुका है। दोपहर करीब एक बजे किसान चंडीगढ़ बॉर्डर पर पहुंचे।
बॉर्डर पर चंडीगढ़ पुलिस ने पूरी तरह बैरिकेडिंग की है और पानी के टैंकर भी तैनात हैं। वहीं किसानों ने बॉर्डर पर बैरिकेडिंग हटा दी। जिसके बाद चंडीगढ़ पुलिस ने किसानों पर पानी की बौछार कर दी। किसान बैरिकेड तोड़कर चंडीगढ़ में घुस गए।