
आपको बता दे कि आपके उत्तराखंड के जौलीग्रांट और पंतनगर एयरपोर्ट का अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार विस्तार करने के लिए भूमि चिन्हित कर नागरिक उड्डयन विभाग अब प्रस्ताव तैयार कर रहा है। फिर जिसके बाद प्रस्ताव को कैबिनेट की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। वही विस्तारीकरण पर आने वाले सारा खर्च केंद्र सरकार की ओर से दिया जाएगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने केंद्र सरकार धन्यवाद किया है
ख़बर विस्तार से आपको बता दे कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार विकसित करने के लिए 60 मीटर चौड़ा और 270 मीटर लंबा रनवे का विस्तार किया जाना है। जिसके लिए 105 हेक्टेयर भूमि की जरूरत होगी।
वही इसके विस्तारीकरण पर लगभग 270 करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान अभी से लगाया जाने लगा है ख़बर है कि रनवे के लिए भूमि भी चिन्हित की जा चुकी है जिसमें जानकरी अनुसार सरकारी व निजी भूमि भी शामिल है।
वही बता दे कि तकनीकी विशेषज्ञों की ओर से दी गई एयरपोर्ट विस्तारीकरण रिपोर्ट का नागरिक उड्डयन विभाग अध्ययन कर प्रस्ताव को तैयार करने मै जुटा है
जानकारी अनुसार वहीं, पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए भी पांच सौ हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण करना होगा। ख़बर है कि पंतनगर एयरपोर्ट के आसपास सरकार के पास सरकारी और वन भूमि उपलब्ध है। अभी वर्तमान में दोनों एयरपोर्ट को इंडियन एयरपोर्ट अथॉरिटी संचालित कर रही है। ओर विस्तारीकरण के बाद जौलीग्रांट और पंतनगर से वियतनाम, कंबोडिया, दुंबई समेत गल्फ कंट्री के लिए हवाई सेवाएं शुरू होगी। जो सुखद है
वही उड़ान योजना के तहत त्रिवेंद्र सरकार द्वारा राज्य में 12 हेलीपेड का निर्माण किया गया है ओर अब ये हेलीपेड लैंडिंग के लिए तैयार है, लेकिन यात्रियों की सुविधा के लिए टिकट खिड़की, वेटिंग रूम, चेकिंग प्वाइंट, सामान रखने समेत अभी अन्य सुविधा उपलब्ध नहीं है
ख़बर है कि इसके लिए पवन हंस एविएशन कंपनी ने आठ हेलीपेड की डीपीआर शासन को सौंपी है। यात्री सुविधाएं उपलब्ध होने के बाद इन हेलीपेड से नियमित हेली सेवाएं संचालित की जा सकेगी।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने केंद्र सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि मोदी जी कि सरकार उत्तराखण्ड के विकास के लिए लगातार काम कर रही है और आप देखना केंद्र सरकार की मदद से उत्तराखंड का चौमुखी विकास होगा।
प्रदेश मे जीरो टालरेस की नीति से सरकार काम कर रही है जो आगे भी जारी रहेगा।