
बड़ी दर्दनाक ओर दुःखद खबर है आपको बता दे कि शनिवार शाम को अपनी रिश्तेदारी से लौट रहे बुजुर्ग दंपती को जंगली हाथी ने पटक-पटककर मार डाला दुःखद
ओर इस घटना का पता रविवार को तब चला जब दोनों लोग ही अपने घर नहीं पहुंचे ।ख़बर है कि तब उनके परिजन उनकी तलाश के लिए निकले। ओर उन दोनों के क्षत विक्षप्त शव मार्ग पर मिले। वही मौके पर पहुंची सिडकुल पुलिस ने गुस्साए ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जबकि वन विभाग के अधिकारी नदारद थे ।
गुस्साए ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग को लेकर बिहारीगढ़-रोशनाबाद मुख्य मार्ग पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया था ।
बता दे कि जानकारी अनुसार गाँव डालूवाला मजबता निवासी बंजारा सिख कर्म सिंह अपनी पत्नी लीला के साथ शनिवार को गांव हजाराग्रंट में अपनी रिश्तेदारी में गए थे। वही जब रविवार को जब माता पिता घर लौटकर नहीं आए तो उनके बेटे विनोद कुमार ने रिश्तेदारों से संपर्क साधा। पता चला कि उसके माता पिता शनिवार शाम पांच बजे ही घर के लिए निकल गए थे। इसके बाद विनोद कुमार ने ग्रामीणों के साथ अपने माता पिता की तलाश शुरू की। फिर दोपहर के समय गांव से लगभग एक किलोमीटर दूर कच्चे जंगल मार्ग पर हजारा वन चौकी से लगभग तीन सौ मीटर की दूरी पर दोनों के क्षत विक्षप्त शव मिले दुःखद।
वही घटना स्थल पर बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए। वही सूचना देने के दो घंटे बाद सिडकुल थाने से एसआई अमित भट्ट की अगुवाई में पुलिस टीम पहुंची, लेकिन वन विभाग के अधिकारी नहीं पहुंचे थे।
एसओ सिडकुल प्रशांत बहुगुणा ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत हो रहा है कि दंपती को हाथी ने मौत के घाट उतारा है। इसघटना से नाराज ग्रामीणों ने कांग्रेसी नेता सुरेंद्र राठौर आदि के नेतृत्व में जाम लगाकर प्रदर्शन किया। मृतक कर्म सिंह नेत्रहीन थे। इसलिए रिश्तेदारी में दोनों पति पत्नी गए थे। बताते हैं कि पत्नी के साथ डंडा पकड़कर कर्म सिंह पीछे पीछे चलते थे।
वही दो लोगो के शवों को देखकर ग्रामीण सिहर उठे। उन दोनों लोगों के हाथ पैरों की हड्डियां बुरी तरह से टूटी हुई थीं। बुग्गावाला क्षेत्र में अधिकांश गांव राजाजी टाइगर रिजर्व और वन विभाग के सामाजिक वानिकी क्षेत्र से सटे हैं। ऐसे में जंगल के अंदर की घटनाओं में वन विभाग और राजाजी टाइगर रिजर्व प्रशासन वन कानून की बात कहकर मृत ग्रामीण के परिजनों को मुआवजा देने से भी हाथ खड़े कर देता है।
वही इससे पहले भी कई लोगों को मौत के घाट उतार चुका हाथी
बता दे कि 10 मार्च 2019को बंदरजूड में जंगल के अंदर लकड़ी बीनने गई महिलाओं पर हमला, दो की मौत हो गई थी
दिसंबर 2018- बंजारावाला में खेत की रखवाली को गए ग्रामीण को हाथी ने पटककर मार डाला
नवंबर 2018- बंजारावाला में जंगल के अंदर लकड़ी बीनने गए ग्रामीणों को हाथ ने पटककर मार डाला
दुःखद है बहराल अब देखना ये होगा कि मानव ओर जानवर के बीच बढ़ता सघर्ष आने वाले समय मे किस ओर रूप लेता है क्योकि घटनाएं लगातार बढ़ रही है।