भाजपा विधायक देशराज कर्णवाल की चिट्ठी से संकट में सरकार
भाजपा विधायक देशराज कर्णवाल की चिट्ठी से संकट में सरकार ?
विधायक के सुगलते सवालों का क्या जवाब देगी त्रिवेन्द्र सरकार ?
देहरादून। हरिद्वार की झबरेड़ा विधानसभा से भाजपा विधायक देशराज कर्णवाल के मीडिया को जारी किये बयान से राज्य में सियासत गर्मा गई है। कर्णवाल ने अपने प्रेस नोट में जहरीली शराब की घटना पर दुख व्यक्त करते हुए लिखा है कि मैं प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हॅू मेरे द्वारा संयुक्त चिकित्सालय रूड़की तथा कई ग्रामों का दौरा करते हुए स्थिति का जायजा लिया गया और पीडित परिवारों को सात्वना दी। मैने आज ही मा0 मुख्यमंत्री जी के समक्ष इस घटना को सविस्तार रखा तथा कच्ची शराब के कारोबार से जुडे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की बस यही पर सवाल खड़ा होता है कि आखिर त्रिवेन्द्र सरकार के राज मे जीरो टालरेंस के राज मे ये सब कैसे हो गया ये हम नही भाजपा के विद्यायक ही सवाल खड़े कर रहे है
भाजपा विद्यायक ने कहा कि प्रभावित परिवारों को आर्थिक मदद दिलाये जाने का अनुरोध किया तथा प्रदेश के मुख्य सचिव, आबकारी आयुक्त, जिलाधिकारी हरिद्वार, वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक को भी पत्र लिखकर इस घटना की कड़ी कार्यवाही हेतु पत्र लिखा गया।
उन्होंने ये तक कह दिया कि वो प्रदेश में पूर्ण शराब बंदी की मांग
पूर्व में भी विधान सभा में मांग कर चुके है । उन्होंने कहा कि प्रदेश में पूर्ण शराब बंदी लागू हो तथा हरिद्वार जनपद में विषेशकर पूर्ण रूप से बंद होनी चाहिए। 1977 से 1980 के मध्य हरिद्वार में शराब बंदी रह भी चुकी है। जनपद में हरिद्वार का अत्यन्त महत्व है कलियर में विश्व प्रसिद्व दरगाह है। रूडकी में आई0आई0टी0 विश्व प्रशिक्षण संस्थान है तथा पूरे जनपद का वातावरण आध्यात्मिक है ऐसी स्थिति में यहाँ पूर्ण नशाबंदी होनी ही चाहिए लेकिन ऐसा ना होकर जनपद में नशा के कारोबारी सक्रिय है ।
मेडिकल स्टोरों में चल रहा नशे का कारोबार
एक ओर जहाॅ शराब माफिया अपनी मनमर्जी चला रहे हैं वहीं मेडिकल स्टोरों की आड़ में ग्रामीण अंचलों में नशे का कारोबार चलता है। युवाओं को नशे का आदी बनाया जा रहा है जब ये बात भाजपा विद्यायक कह रहे हो तो सवाल खड़ा होता है कि आखिर फिर वो कर क्या रहे है क्या ये सब भी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत देखेगे । मुख्यमंत्री को बदनाम करने या सरकार के खिलाफ जहर उगलने के लिए क्या ये पत्र लिखा गया !!!???!!!!!!
उन्होंने कहा कि यह अत्यन्त चिन्तनीय विषय है। चुनाव जीतने की चाह रखने वाले नेता शराबखोरी और नशे की आदत को बढावा दे रहे हैं मुफ्त की शराब पिलाकर वोट हासिल करने वाले नेता समाज को बरबाद कर रहे हैं। मैने नशा विरोधी मंच बनाकर शराब के विरूद्व आंदोलन चलाया है।
निरस्त हो उम्मदारी
कभी मैने चुनाव में शराब पिलाई है और न ही पिलाऊँगा। मैं भारत के निर्वाचन आयोग से मांग करता हॅू कि किसी भी स्तर के चुनाव में पूर्ण शराब बन्दी की जाय। चुनाव आंचार संहिता लागू होने के साथ ही शराब की बिक्री बंद की जाय और चुनाव अभियान के दौरान शराब पिलाने वाले उम्मीदारों की उम्मीदारी निरस्त की जाय।
बहराल भाजपा विद्यायक का ये पत्र ओर बयान आने वाले दिनों मे किसके गले की फांस बनेगा ये तो समय बताएगा। पर इस पत्र की बात समझकर यही लग रहा है कि पिक्चर अभी पूरी बाकी है ।
वही इस पूरी घटना पर
मंत्री प्रकाश पंत का रुड़की कांड में चौंकाने वाला खुलासा, कच्ची शराब में मिला था ये खतरनाक केमिकल
आपको बता दे कि उत्तराखंड रुड़की भगवानपुर में जहरीली शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. घटना के बाद से आसपास के पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है.। तो सरकार मे भी हड़कंप मचा हुवा है अभी तक जहरीली शराब पीने से रुड़की में 14 और सहारनपुर में 16 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, इस मामले में अब आबकारी मंत्री प्रकास पन्त ने चौंकाने वाला खुलासा किया है.
आबकारी मंत्री प्रकाश पन्त के अनुसार इस प्रकरण की प्रथम दृष्टया जांच मे खुलासा ये हुवा है कि मिथाइल अल्कोहल का सेवन करने के कारण लोगों की मौत हुई है. यह बेहद ही खतरनाक पदार्थ होता है. जिसकी 10ml मात्रा ही शरीर में जाने पर इंसान अंधा हो सकता है और अगर मात्रा इससे ज्यादा भी हुई तो मौत हो सकती है. तो इस पूरी घटना मे नज़र आ रहा है।
मंत्री प्रकाश पंत ने कहा है कि इस मामले में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भी जांच की जा रही है. दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. पंत ने बताया कि जिन लोगों ने जहरीली शराब परोसी थी उनमें से एक मुख्य आरोपी पहले भी तीन बार अवैध शराब के कारोबार में जेल जा चुका था और उसकी भी मौत हो गई है.
आपको बता दे कि हरिद्वार के भगवानपुर अंतर्गत बालूपुर गांव में एक तेहरवीं कार्यक्रम में देर रात लोगों ने भोजन के साथ शराब पी थी. जब सुबह कुछ लोगों की एक-एक करके मौत होने लगी तो इस मामले का खुलासा हुआ. बताया जा रहा है कि यूपी के सहारनपुर जिले से भी कुछ लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे. जिन्होंने जहरीली शराब का सेवन किया था
वही आबकारी मंत्री प्रकास पन्त जी की तरफ से
प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई है जो इस प्रकार है
देहरादून। आज हरिद्वार जनपद के रुड़की क्षेत्र-2 के अन्तर्गत बालूपुर एवं बिंदु गांव तथा मलभसवां में अवैध शराब पीने से 14 व्यक्तियों की मृत्यु पर मा0 वित्त व आबकारी मंत्री प्रकाश पन्त ने गहरा दुख व्यक्त किया है और विभागीय लापरवाही पर कड़ी कार्यवाही करते हुए आबकारी विभाग के कुल 13 अधिकारियों/कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है। यह निलम्बन कार्यवाही अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही है, इसके साथ ही पूरे राज्य में अवैध शराब, शराब की तस्करी और कच्ची शराब के निर्माण के विरुद्ध विशेष अभियान चलाये जाने का निर्देश दिया है।
हरिद्वार के रुड़की क्षेत्र में अवैध कच्ची शराब पीने से लगभग 14 लोगों की मौत हो गई है और कई अन्य लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। यह अवैध कच्ची शराब गांव में पारिवारिक कार्यक्रम के दौरान लोगों को पिलाई गई थी, जिससे यह दुःखद घटना घटी है, जिस पर मा0 वित्त व आबकारी मंत्री श् प्रकाश पन्त ने गहरा दुख व्यक्त किया है और आबकारी विभाग के क्षेत्र-2 रुड़की एवं जनपदीय प्रवर्तन हरिद्वार में तैनात आबकारी निरीक्षकों एवं अधीनस्थ स्टाॅफ को लापरवाही के चलते प्रथमदृष्टया दोषी पाये जाने पर तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है। इसके साथ ही मंत्री ने पूरे प्रदेश में अवैध शराब, शराब की तस्करी और कच्ची शराब के निर्माण के विरुद्ध विशेष अभियान चलाये जाने का आदेश विभागीय अधिकारियों को दिया है। इसके साथ ही मंत्री द्वारा पूरी घटना की मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश दिये हैं। मंत्रीजी ने बताया कि आई0जी0 पुलिस स्वयं घटना स्थल पर मौजूद रह कर निगरानी कर रहे हैं, जिससे मामले में कोई भी लापरवाही न हो। इतना ही नहीं वरन उक्त घटना के क्षेत्रान्तर्गत पुलिस कर्मियों पर भी कार्यवाही की गई है। मंत्री जी ने बताया कि नरेन्द्र सिंह आबकारी निरीक्षक, महेश चन्द्र पन्त प्रधान आबकारी सिपाही, जगमोहन सेठी प्रधान आबकारी सिपाही, अजब सिंह प्रधान आबकारी सिपाही, प्रमिल कुमार आबकारी सिपाही, अनुरानी आबकारी सिपाही, सृष्टि यादव आबकारी सिपाही, दर्शन सिंह आबकारी निरीक्षक, लाखीराम सकलानी, उपआबकारी निरीक्षक, विनोद सिंह प्रधान आबकारी सिपाही, प्रमोद कुमार आबकारी सिपाही, अंजू गिरि आबकारी सिपाही, पूजा गिरि आबकारी सिपाही को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है। इसके साथ ही पूरे राज्य में गहन पड़ताल की जा रही है जिससे राज्य के लोगों को फिर से किसी अवैध व कच्ची शराब के द्वारा नुकसान न झेलना पड़े। मंत्री ने कहा है कि हम सब मृतकों के परिवारों से पूरी सहानुभूति है और दुख की इस घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी है।