
आपके उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार पहाड़ के हर घर को नल से जल देने की योजना धरातल पर उतारने मे जुट गई है ।और जिस दिन ये काम हो गया पहाड़ की हर नारी कहेगी ,मातृशक्ति कहेगी त्रिवेंद्र रावत जिंदाबाद,
हम रहेंगे खुशाल त्रिवेंद्र रावत फिर 5 साल।
जी हां हमारे पहाड़ में लोगों को ना जाने कितनी दूर से पानी को ढो कर कर लाना पड़ता है
वो इंतज़ार कर रही है उस दिन का जिस दिन उन्हें इस पीड़ा से कोई छुटकारा मिले
अब ख़बर है कि
त्रिवेंद्र सरकार ने पहाड़ी इलाको में घर-घर पानी पहुंचाने के लिए लगभग 6600 करोड़ रुपये की योजना पर काम करना आरंभ कर दिया है।
ओर जल्द ही पेयजल , स्वच्छता विभाग नए साल के आगाज़ के साथ ही भूमि अधिग्रहण एवं सर्वेक्षण का प्रस्ताव शासन को सौंप सकता है
जानकारी अनुसार इस परियोजना को साल 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है
ख़बर है कि ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 12. लाख से अधिक वे परिवार जो सिर्फ चाल खाल ओर सार्वजनिक नलों से, हेड पम से पानी की जरूरत को पूरा कर रहे हैं
ओर इसके लिए उन्हें अपने घर से कही किलोमीटर दूर जाकर पानी को ढोना पड़ता है। जब ये परियोजना धरातल पर होगी तो ग्रामीण क्षेत्रों में प्रति व्यक्ति को प्रतिदिन 55 लीटर पानी दिया जाएगा।
जिसके लिए नई पेयजल लाइनों को बिछाने का काम , नए ट्यूबवेल, पानी के टैंक, तालाबों का निर्माण होना हैं
ओर पंपिंग स्टेशनों को आटोमेटिक नियंत्रक प्रणाली से जोड़ा जाएगा
जब गाव गाँव को नल से जल दिया जाएगा तो ख़बर है कि फिर हर कनेक्शन के साथ मीटर भी लगेगा
ओर गांवों में पानी मुफ्त नहीं मिलेगा ओर नई योजना के तहत ग्रामीणों को पानी के दाम देने होंगे। बहराल नए साल के आगाज़ के तहत इस परियोजना पर काम आरम्भ हो रहा है।
उम्मीद करते है कि तय समय पर ये परियोजना धरातल पर उतरे
ओर ख़ास कर पहाड़ की नारी के दुखों के पहाड़ से ये दर्द दूर हो।