सूबे कि सरकार ने अभी अभी गैरसैंण में अपना बजट पेश किया जो तकरीबन 45585 करोड़ है। जिसमें राज्य की सरकार ने राज्य के विकास का पूरा एजेंडा रखा है लेकिन साथ ही हम आपको ये भी बता दें कि वेतन ,भत्ते ,पेंशन, एरियर और सरकारी कर्मचारियों के वेतन में ही चालीस प्रतिशत बजट निकल जाता है।
अब सरकार क्या करेगी ये तो सरकार ही जानें लेकिन जिन अध्यापकों को वेतन नही मिल रहा है पिछले दो महीनों से वो तो हाथों में काली पट्टी बांधकर विरोध जताने लगे हैं हम बात कर रहे हैं गुरू राम राय पीजी कॉलेज के कर्मचारी संघ की। जिन्होंने आपस में बैठक कर ये निर्णय लिया कि वो 22 मार्च से 26 मार्च तक सभी शिक्षक काली पट्टी बांधकर विरोध जताएंगे और 27 तारीख को कार्य बहिष्कार कर कॉलेज में धरना प्रदर्शन करेंगे।
आपको बता दें कि शिक्षणोत्ततर कर्मचारी संघ का कहना है कि पिछले एक वर्ष से शासन निदेशालय स्तर से मासिक वेतन भुगतान में अनियमितता हो रही है जिसके कारण कर्मचारी और अध्यापकों को आर्थिक कठिनाइयों से जूझना पड़ रहा है। अभी 2 माह से इन कर्मचारियों को वेतन नही मिला है जिन्होंने अब उच्च शिक्षा निदेशालय को सब बातों से अवगत भी करा दिया है और अब जल्द ही कार्यबहिष्कार पर ये सभी अध्यापक आपको नज़र आएंगे। चलिए इनकी अपनी मांगे हैं और अपनी लड़ाई है इन्हें आज नही तो कल वेतन मिल ही जाएगा क्योंकि साहब सरकार के कर्मचारी हैं लिहाजा आंदोलन या अपनी बात रखना लोकतंत्र में सबका हक है लेकिन एक बात कहना चाहेंगे जो राज्य में प्राइवेट कंपनियों के अधीन काम करते है उनको कभी कभार 4-4 माह तक भी वेतन नही मिलता और यदि उन्होंने ज़रा सी आवाज़ उठा दी तो कंपनी उन्हें बाहर का रास्ता दिखा देती है।