इंसानियत शर्मसारः लाठी-डंडे लेकर श्मशानघाट पहुंचे ग्रामीण, मृतक के परिजनों की भी नहीं मानी अपील
इसके विरोध में एकत्र ग्रामीण लाठी, डंडे लेकर घाट पर पहुंच गए और कोरोना संक्रमित का शव हटाने की मांग कर हंगामा करने लगे। इस दौरान टीम पर पथराव भी किया गया। गनीमत रही कि किसी को चोट नहीं आई। टीम और मृतक के परिजनों ने ग्रामीणों से शवदाह करने देने की मार्मिक अपील भी की, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। ग्रामीणों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए टीम ने शव को वहां से दूसरे घाट पर ले जाकर अंतिम संस्कार किया। संकट काल में घाट पर शवदाह न करने देने की इस घटना की जिलेभर के लोगों ने निंदा की है।
कनालीछीना की नायब तहसीलदार मनीषा बिष्ट ने कहा कि संक्रमित मृतक का अंतिम संस्कार करने गई टीम में मैं खुद भी शामिल थी। ग्रामीणों का इस तरह का व्यवहार निंदनीय है। घटनास्थल रेगुलर पुलिस के कार्यक्षेत्र में आता है, इसलिए टीम के खिलाफ गलत व्यवहार करने वाले ग्रामीणों के विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करने के निर्देश अस्कोट पुलिस को दिए गए हैं। लोगों से अपील है कि इस तरह के मामलों को भयावह न बनाएं, कोरोना के खिलाफ जंग में प्रशासन और सरकार की मदद करें।
प्रभारी निरीक्षक मोहन चंद्र पांडे ने कहा कि घटना के समय मैं वीआईपी ड्यूटी पर था। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम को मौके पर भेजा गया। अभी घटना की तहरीर नहीं मिली है। फिर भी अपने स्तर से मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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