देहरादूनः उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के विद्यार्थी अब सेमेस्टर या आसइनमेंट परीक्षा देने के लिए किसी परीक्षा केंद्र पर नहीं जाएंगे बल्कि घर बैठे ही ऑनलाइन परीक्षा दे सकेंगे। कोरोना काल में छात्र दूरदराज परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देने कैसे जाएंगे, इस समस्या को दूर करने के लिए विश्वविद्यालय ने अब असाइनमेंट और सेमेस्टर की ऑनलाइन परीक्षा कराने की तैयारी की है। विश्वविद्यालय ने इसके लिए खुद अपना सिस्टम तैयार किया है।
छात्र घर पर ही अपने एनड्रायड मोबाइल फोन से परीक्षा दे सकेंगे। प्रश्नपत्र वैकल्पिक प्रश्नों के आधार पर होंगे। सेमेस्टर ऑनलाइन परीक्षा डेढ़ घंटे की होगी जबकि असाइनमेंट परीक्षा एक घंटे की होगी। इसमें स्नातक स्तर के बीबीए, बीसीए, बीएचएम समेत विभिन्न पाठ्यक्रमों के अलावा स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स के करीब 21 हजार 200 छात्र- छात्राएं ऑनलाइन परीक्षा में शामिल होंगे।
इस तरह देंगे ऑनलाइन असाइनमेंट परीक्षाएं
मोबाइल फोन पर विश्वविद्यालय की साइट में जाकर ऑनलाइन असाइनमेंट एग्जाम का लिंक मिलेगा। वहां क्लिक करने पर अपनी नामांकन संख्या और जन्मतिथि दर्ज करनी होगी। यह प्रक्रिया पूरी करते ही छात्र को प्रश्नपत्र दिख जाएंगे। जिस पेपर को छात्र देना चाहता है उसे क्लिक करना होगा। उसे 20 प्रश्नों का एक सेट दिख जाएगा। प्रश्नपत्र 20 अंक का होगा। इसे हल करने का समय एक घंटा होगा। एक घंटे पूरा होते ही यह आटोमैटिक बंद हो जाएगा। छात्र को यह पता चल जाएगा कि उसे असाइनमेंट परीक्षा में 20 में कितने नंबर आए हैं। अगर छात्र नंबरों से संतुष्ट नहीं है तो एक सप्ताह के अंदर दोबारा ऑनलाइन असाइनमेंट परीक्षा दे सकेगा। जिस ऑनलाइन असाइनमेंट परीक्षा में छात्र के अधिक नंबर आएंगे, परीक्षाफल में उन्हीं को जोड़ा जाएगा। ऑनलाइन असाइनमेंट परीक्षाएं पांच सप्ताह तक चलेंगी।
परीक्षा नियंत्रक प्रो. पीडी पंत ने बताया कि आईसीटी और परीक्षा विभाग ने संयुक्त रूप से ऑनलाइन परीक्षाएं कराने के लिए लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम तैयार किया है। हमारी तैयारी है कि पहले असाइनमेंट परीक्षाएं ऑनलाइन कराई जाएंगी, इसके बाद सेमेस्टर परीक्षाएं भी ऑनलाइन कराने की तैयारी की गई है। शीतकालीन सत्र की वार्षिक प्रणाली की परीक्षाओं का अलग से कार्यक्रम जारी किया जाएगा।
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय प्रदेश का पहला विवि होगा जो ऑनलाइन परीक्षाएं कराने की दिशा में आगे बढ़ा है। इसके लिए विवि ने अपना पूरा सिस्टम तैयार किया है। 72 लाख का सर्वर खरीदा गया है। विश्वविद्यालय के लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम को मूडल नाम दिया गया है। इसी लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से ऑनलाइन परीक्षाएं कराई जाएंगी। इस बारे में 10 जून को परीक्षा समिति की बैठक में निर्णय लिया जाएगा।