धामी सरकार 2.0 : यही है जीरो टॉलरेंस की नीति PCS परीक्षा में नहीं सुनाई दिया भ्रष्टाचार का शोर ईमानदार नेतृत्व के चलते आयोग के सदस्यों और उससे जुड़े जिम्मेदारो के अपनो का भी नही हुवा सलेक्शन सबने दी थी परीक्षा

धामी सरकार 2.0 : यही है जीरो टॉलरेंस की नीति PCS परीक्षा में नहीं सुनाई दिया भ्रष्टाचार का शोर ईमानदार नेतृत्व के चलते आयोग के सदस्यों और उससे जुड़े जिम्मेदारो के
अपनो का भी नही हुवा सलेक्शन

 

 

देवभूमि उत्तराखंड में PCS परीक्षा का रिजल्ट इस बार सुर्ख़ियों में वजह साफ है उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने रिकॉर्ड समय में इसका रिजल्ट घोषित कर दिया हैं
और जीरो टॉलरेंस की धामी सरकार का ही असर है कि इस बार परीक्षा में धांधली के आरोप भी नहीं लगे
बता दे इससे पहले लगातार समय समय पर ये आरोप भी लगते रहे है कि आयोग के जवाबदेही और जिम्मेदार लोगो ने जुगाड़ से अपने लोगो की ही नियुक्ति कर डाली

पर लोकप्रिय और ईमानदार मुख्यसेवक धामी के होते ये सब संभव अबकी बार नही था
जी हा मुख्यसेवक पुष्कर सिंह धामी ने ईमानदार पूर्व आईएएस राकेश शर्मा को जो जिम्मेदारी लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष पद की दी हैं ये उसका ही रिजल्ट है
हम सभी जानते है कि राकेश कुमार राज्य से केंद्र तक ईमानदारी के नाम पर जाने जाते ओर इसी ईमानदारी ओर मुख्यसेवक धामी की zero tolerance ki niti से रिजल्ट ये निकल कर आया कि उत्तराखंड की इस महत्वपूर्ण परीक्षा में भ्रष्टाचार जैसा शब्द कोसो दूर हो गया फिर भ्रष्टाचार का तो सवाल ही पैदा नहीं होता
सबकुछ इतनी पारदर्शिता से हुआ हैं कि कोई उंगली तक नहीं उठा सका और सीएम के राजनीतिक विरोधी भी चारों खाने चित पड़ गए
चलिए अब जानिए महत्वपूर्ण बात जो इस बात को पुख्ता करती है कि धामी सरकार में जीरो टॉलरेंस की नीति कायम है

बता दे कि आयोग के सदस्यों और उससे जुड़े जिम्मेदारो के रिश्तेदारों ने भी परीक्षा दी लेकिन उनका सलेक्शन नहीं हो पाया
अब वो अगली बार ओर कड़ी मेहनत करके परीक्षा में फिर शामिल होंगे और उनको भविष्य के लिए शुभकामनाएं
बहराल धामी सरकार 2.0 में ये बात साफ है कि उत्तराखंड लोक सेवा आयोग में अब ईमानदार अध्यक्ष के साथ  साथ  सभी ईमानदारी से काम कर रहें हैं

जरा आप भी जानिए Uttarakhand PCS Prelims Result -के ते महत्वपूर्ण फैक्ट जो आपको परीक्षा कि पारदर्शिता को बया कर रहा है

 

*Uttarakhand PCS Prelims Result -*

 

1 – Mr. Sundar Lal Semwal (Examination Controller – UKPSC) – son couldn’t qualify
2 – Mr. Karmendra Singh (Secretary UKPSC) – niece couldn’t qualify
3 – Mr. Anil Kumar Rana (Member UKPSC) – daughter couldn’t qualify
4 – Ms. Richa Gaur (Member UKPSC) – nephew couldn’t qualify
तो देखा आपने उत्तराखंड में लोकप्रिय मुख्य सेवक धामी की जीरो टॉलरेंस की नीति से लगातार कार्य जारी है भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है , चापलूसो को बाहर का रास्ता पहले ही दिखाया जा चुका है
और मुख्यसेवक के नजदीक वही जो अपने अपने क्षेत्र में काम करके दिखाएगा , क्योंकि पुष्कर को काम पसंद है बात नहीं ..

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