सुनो सरकार उत्तराखंड मै यहा दम तोड़ रही मनरेगा योजना, कैसे चलेगा इनका काम
देवाल उत्तराखंड
आपको बता दे कि मनरेगा के अंतर्गत 2018-19 में 6012 पंजीकृत परिवारों में से महज केवल 409 परिवारों को ही सौ दिन का रोजगार मिल पाया। ख़बर है कि ब्लाक की सैकड़ो योजनाओ रूपया खर्च हुआ है तो वही धनराशि न मिलने से मैटीरियल अंश का 2 करोड़ 48 लाख 72 हजार रुपए अभी का भुगतान रुका है।
आपको मालूम है ही कि मनरेगा के अंर्तगत गांवों में कई प्रकार की योजनाएं बनायी जा रही हैं। मनरेगा से मिलने वाली धनराशि को सड़कों की मरम्मत, खेेती आदि पर खर्च किया जाता है। वही रोजगारपरक योजना होने के बावजूद 10 प्रतिशत परिवारों को भी सौ दिन का रोजगार नही मिलता है।
आंकड़े बोल रहे है कि बित्तीय साल 2017-18 में 358 परिवारों को 100 दिन का रोजगार मिला था। वही प्रधान संघ केअध्यक्ष पुष्कर फर्स्वाण तथा महामंत्री हीरा राम ने कहा कि मनरेगा कार्यों में हीला-हवाली या देरी से ग्रामीण क्षेत्रों का विकास नहीं हो पाता है।
अब इस साल की कार्ययोजना बना ली गयी है। जल्दी काम शुरू किया जाएगा। ओर रुके हुए भुगतान के बारे में उच्चधिकारियों को रिर्पोट भेजी गयी है। एक माह के अंदर मैटीरियल अंश का भुगतान होने की उम्मीद है।ये कहना अब एमपी भटट का है जो बीडीओ, देवाल है।
बहराल जब जब कोई ख़बर बनती है और जनता के सामने रखी जाती है सरकार तक पहुँचती है तब तब हर अधिकारी ये ही बयान देता नज़र आता है फिलहाल देखते है आने वाले 30 दिन मै कितना सुधार होता है।