मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड का स्वरूप ना बदले हम इस पर सख्ती और तेजी से काम कर रहें हैं..
यहां जनसंख्या का असंतुलन हो रहा है.. जिसके लिए हम तक निर्णय लें चुके हैं.. जहां एक तरफ हम स्पेशल ड्राइव चलाएंगे.. ताकि असंतुलन जनसंख्या को रोका जा सके..
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम स्पेशल जांच का अभियान भी चलाएंगे..
इसके साथ ही है वन विभाग पीडब्ल्यूडी विभाग, सरकारी भूमि, अन्य भूमि. राजस्व विभाग, सिंचाई विभाग ऐसे अन्य विभागों में सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे हो रहे हैं..
..धामी ने कहा कि वह कब्जे कहीं मजार जिहाद के नाम पर तो कहीं लैंड जेहाद के नाम पर हो रहे हैं.. तो किसी और जिहाद के नाम पर हो रहे हैं.. लेकिन ये सब अब देवभूमि में चलने वाला नहीं है..
अब देव भूमि की संस्कृति को.. देवभूमि के स्वरूप को.. हम बिगड़ने नहीं देंगे..
यह आध्यात्म की भूमि है यह संस्कृति की भूमि है.. यह देवों की भूमि है..
यह गंगा की भूमि है..
यमुना की भूमि है.. यह हमारा प्रदेश चारों तरफ वनों से घिरा पर्वतों से घिरा है.. इसका स्वरूप बना रहना चाहिए.. धामी ने कहा कि यहां की आबोहवा शांत है.. और यह शांति ही रहनी चाहिए.. यहां की कानून व्यवस्था बनी रहनी चाहिए
इसलिए मुख्यमंत्री धामी ने तय किया है कि सरकारी जमीनों पर जितने भी इस प्रकार की है या उस प्रकार के अतिक्रमण है उन अतिक्रमण को हम चिन्हित कर हटाएंगे..
साथ ही मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि जिन लोगों ने इसके पीछे कब्जे करवा ये हैं. वे स्वयं ही उन कब्जों को हटा ले… नहीं तो हमारा प्रशासन शासन उस पर विधि पूर्वक कार्रवाई करेगी..
साथ ही मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जो मंत्र है.. सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास और सबका का प्रयास उस पर विश्वास रखते हैं.. हम तुष्टिकरण नहीं करेंगे.. और हम किसी कीमत पर भी तुष्टीकरण को बढ़ावा नहीं देंगे