Friday, April 19, 2024
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देहरादून पहुंचा बलिदानी लांस नायक रुचिन रावत का पार्थिव शरीर, सीएम धामी ने दी श्रद्धांजलि.. धामी सरकार शहीद रुचिन सिंह रावत के परिजनों की हर संभव मदद करेगी

देहरादून पहुंचा बलिदानी लांस नायक रुचिन रावत का पार्थिव शरीर, सीएम धामी ने दी श्रद्धांजलि

मुख्यमंत्री   पुष्कर सिंह धामी ने जौलीग्रांट एयरपोर्ट, देहरादून पहुंचकर जम्मू कश्मीर में चल रहे ऑपरेशन त्रिनेत्र में शहीद हुए चमोली निवासी लांस नायक रुचिन सिंह रावत एवं सिरमौर, हिमाचल प्रदेश निवासी शहीद प्रमोद नेगी के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री   पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा में अपने प्राण न्योछावर करने वाले हमारे शहीदों को यह देश हमेशा याद रखेगा। राज्य सरकार हर पल सैनिक परिवारों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा हमारी सरकार शहीद रुचिन सिंह रावत के परिजनों की हर संभव मदद करेगी। उन्होंने परिजनों से इस दुख की घड़ी में धैर्य बनाए रखने की अपील की।

इस दौरान कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, विधायक बृजभूषण गैरोला, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून दिलीप कुंवर एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

Rajouri Encounter लांस नायक रुचिन सिंह रावत राजौरी सेक्टर में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए बलिदान हुए। उनका पार्थिव शरीर शनिवार को देहरादून जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचा। जहां मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी ने उन्‍हें श्रद्धांजलि / पुष्पांजलि अर्पित की।

 

ऑपरेशन त्रिनेत्र में शुक्रवार पांच मई को बलिदान हुए लांस नायक रुचिन रावत का पार्थिव शरीर शनिवार को देहरादून पहुंचा। हवाई मार्ग से बलिदानी का पार्थिव शरारी जौलीग्रांट एयरपोर्ट लाया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यहां उन्‍हें श्रद्धांजलि / पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद सड़क मार्ग से बलिदान का पार्थिव शरीर उनके मूल गांव रवाना कर दिया गया हैं.

बलिदानी लांस नायक रुचिन सिंह रावत के साथ ही हिमाचल प्रदेश के बलिदानी पैराट्रूपर प्रमोद नेगी का पार्थिव शरीर भी जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर लाया गया। यहां से बलिदानी प्रमोद नेगी का पार्थिव शरीर हिमाचल भेजा गया..

चमोली जिले के गैरसैंण ब्‍लॉक में कुनिगाड गांव के रहने वाले लांस नायक रुचिन सिंह रावत राजौरी सेक्टर में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए बलिदान हुए। वह जम्मू-कश्मीर की ऊधमपुर यूनिट में तैनात थे। बलिदानी रुचिन रावत नौ पैरा में कमांडो थे। वह अपने पीछे बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी व चार वर्षीय बच्चे को छोड़ गए हैं।

कुनिगाड गांव निवासी रुचिन सिंह रावत आतंकवादियों से लोहा लेते हुए बलिदान हुए हैं। उनके बलिदान की सूचना पर गांव में मातम है। गांव में दादा दादी व माता-पिता रहते हैं। बलिदानी की पत्नी व चार वर्षीय बच्चा साथ में ही रहते थे।‌ बताया गया कि रुचिन सिंह रावत का भाई भी नेवी में तैनात हैं तथा बहन की शादी हो चुकी है 

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