हरेला पर्व प्रकृति का पर्व है, इस पर्व के मौके पर सभी लोगों को वृक्षारोपण करना चाहिए और उनका संवर्धन भी करना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी को जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण में मदद मिल सके: पेयजल निगम के एमडी एससी पंत
देवभूमि उत्तराखंड मे ऋतुओं के अनुसार अनेकों पर्व मनाए जाते हैं यह पर उत्तराखंड की संस्कृति को उजागर करने और पहाड़ की परंपराओं को कायम रखने के लिए मनाया जाते हैं, इन्हीं में से खास पर्व में शामिल है हरेला पर्व जो उत्तराखंड का लोक पर्व है। उत्तराखंड में एक माह तक मनाए जाने वाला हरेला पर्व प्रदेश में बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है जगहu जगह जिला प्रशासन/ नगर निगम व समाजसेवी की तरफ से भी हरेला पर्व के अवसर पर वृक्षारोपण का आयोजन किया गया वही पेयजल निगम के एमडी एससी पंत ने भी संतला देवी क्षेत्र ग्राम गलजवाड़ी मे नून नदी के तट पर वृक्षारोपण कर राज्य वासियों को संदेश दिया, इस मौके पर उन्होंने कहा कि हरेला पर्व प्रकृति का पर्व है, इस पर्व के मौके पर सभी लोगों को वृक्षारोपण करना चाहिए और उनका संवर्धन भी करना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी को जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण में मदद मिल सके।। हरेला पर्व सुख, समृद्धि, शान्ति, पर्यावरण और प्रकृतिj संरक्षण का प्रतीक है। प्रकृति व मानव के सह अस्तित्व को स्मरण करने व प्रकृति संरक्षण के हमारे प्रण को पुनः दोहराने का दिन है
इस अवसर पर पेयजल निगम के प्रबंध निदेशक सुरेश चंद पंत ने सभी को हरेला पर्व की शुभकामनाएं भी दी इस मोके पर पेयजल निगम परिवार के एसई बंसल , कौशिक , बरनवाल , मिशा सिन्हा एवं प्रवीण राय, ईई हेम जोशी , राजेश गुप्ता, कंचन , भारती रावत एई मनोज जोशी अनंत भदुला सहित जनप्रति निधिदीपक पुंडीर, उपाध्यक्ष ज़िला पंचायत देहरादून, प्रेम सिंह सिंह पवार, उपाध्यक्ष, मसूरी मण्डल, शोभित पुंडीर, विनोद थापा, रणजीत सिंह इत्यादि उपस्थित थे