भारतीय सेना मे 17वी जैक राइफल्स मे हवलदार के पद से सेवानिवृत्त हो चुके ध्यान सिंह बिष्ट जी के बच्चों ने कर दिया कमाल पहले बेटी हिमानी सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर हुई तैनात अब बेटा हेमंत बिष्ट का चयन एनडीए के लिए बनेंगे सैन्य अफसर: बधाई पूरे परिवार को
उत्तराखंड: लमगड़ा के हेमंत बिष्ट चयनित हुए एनडीए के लिए बनेंगे सैन्य अफसर
लमगड़ा ब्लॉक जैंती निवासी हेमंत बिष्ट चयनित हुए एनडीए के लिए बढ़ाया उत्तराखंड का मान
उत्तराखंड में होनहार युवाओं के कमी नहीं है । सरकारी, गैर सरकारी तथा सैन्य क्षेत्र में यहां के युवा उच्च पदों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसी कड़ी में एक नाम देवभूमि के लाल हेमंत बिष्ट का भी जुड़ने जा रहा है । जिनका चयन एनडीए के लिए हो गया है । बता दें कि हेमंत बिष्ट मूल रूप से अल्मोड़ा जिले के लमगड़ा ब्लॉक के जैती क्षेत्र के सिल्पड गांव के निवासी हैं। वर्तमान में हेमंत का परिवार देहरादून जिले के नई बस्ती क्लेमेनटाउन मे रहता है। बताते चलें कि हेमंत की 12वीं तक की पढ़ाई आर्मी पब्लिक स्कूल क्लेमेनटाउन देहरादून से पूर्ण हुई है। वर्तमान में हेमंत बिष्ट एसजीआरआर पीजी कॉलेज से बीएससी प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहे हैं इसी दौरान हेमंत ने एनडीए की परीक्षा उत्तीर्ण की है। हेमंत बचपन से ही मेधावी छात्र रहे हैं 10वीं तथा 12वीं में हेमंत ने 94% अंक हासिल किए थे।
मेधावी छात्र होने के साथ ही हेमंत बास्केटबॉल के खिलाड़ी भी रह चुके हैं। कमांड लेवल के चैंपियन होने के साथ ही हेमंत आर्मी पब्लिक स्कूल मे स्पोर्ट्स कैप्टन भी रह चुके हैं। सबसे खास बात तो यह है कि हेमंत की बड़ी बहन हिमानी बिष्ट भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर तैनात हैं। दिसंबर 2022 में हिमानी को अपने पद पर तैनाती मिली। हेमंत की दूसरी बहन भी भारतीय सेना के लिए तैयारी कर रही है।
Hemant Bisht N DA
हेमंत के पिता ध्यान सिंह बिष्ट जी ने बताया की हमारा पूरा परिवार सैन्य परिवार से ताल्लुक रखने वाला है जी हां हेमंत बिष्ट के पिता ध्यान सिंह बिष्ट भारतीय सेना मे 17वी जैक राइफल्स मे हवलदार के पद से सेवानिवृत्त हो चुके हैं तथा माता बैजंती बिष्ट कुशल ग्रहणी है। वर्तमान में हेमंत के पिता ठेकेदारी प्रथा के अधीन सर्वे ऑफ इंडिया में कार्यरत हैं। अपने पिता तथा बड़ी बहन के नक्शे कदम पर चलते हुए हेमंत बिष्ट भी अब एनडीए का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद सेना में अफसर बन जाएंगे।
हेमंत की इस उपलब्धि से उनके परिजनों तथा गांव में खुशी का माहौल है तथा बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। अपने बच्चों की इतनी बड़ी उपलब्धि से उनके पिता ध्यान सिंह बिष्ट गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।उनके पिता ध्यान सिंह बताते हैं कि अपने सेवाकाल के दौरान उन्होंने भी अपने पलटन में बेहतरीन कार्य किए हैं जिस कारण वर्ष 2006 में उन्हें यूएनओ भेजा गया। इंस्ट्रक्टर के ग्रेडिंग लेने के कारण ध्यान सिंह इन्फेंट्री स्कूल मे हवलदार इंस्ट्रक्टर के पद पर भी कार्य कर चुके हैं। अपने बेहतरीन कार्य के लिए हवलदार ध्यान सिंह को वर्ष 2010 में बेस्ट हवलदार इंस्ट्रक्टर के लिए चुना गया तथा प्रशंसा पत्र से भी नवाजा गया। ध्यान सिंह जी का कहना है कि सेवानिवृत्त होने के बाद भी वे सैन्य क्षेत्र से काफी लगाव रखते हैं