सिर्फ मुख्यमंत्री धामी मत बोलिए… ये सुपरमैन धामी है जो थकते ही नहीं, सुबह से शाम तक भाजपा प्रत्याशियों के लिए ताबड़तोड़ प्रचार, और फिर देहरादून सचिवालय में ताबड़तोड़ 4 धाम यात्रा-पेयजल-बिजली आपूर्ति-वनाग्नि प्रबंधन पर नौकरशाहों से से लिया फीडबैक, दिया 24 घंटे अलर्ट रहने का निर्देश
उत्तराखंड के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ताबड़तोड़ भारत के विभिन्न विभिन्न राज्यों में भाजपा के सांसद प्रत्याशियों के लिए ताबड़तोड़ प्रचार प्रसार करते हुए लगातार देखे जा रहे हैं… अब तो बात ये निकलने लगी हैं कि ये मुख्यमंत्री धामी है या फिर सुपरमैन…. जो थकते ही नहीं…
यह बात हम इसलिए कह रहे हैं कि… धामी जहां एक तरफ लगातार पिछले 30 दिनों से… भाजपा के सांसद प्रत्याशियों के लिए वोट मांग रहे हैं… रोड शो कर रहे हैं जनसभाएं कर रहे हैं. वही राज्य के मुख्य सेवक होने के नाते.. जहां एक तरफ ताबड़तोड़ अधिकारियों की बैठकर ले रहे हैं… तो ग्राउंड जीरो पर जाकर… चार धाम यात्रा मार्गो में व्यवस्थाओं का जायजा भी ले रहे हैं….
कुछ ऐसा आज भी हुआ आज
सुबह से हीं पूरा दिन मुख्यमंत्री धामी
भाजपा की सांसद प्रत्याशियों
के लिए हरियाणा में प्रचार कर रहे थे, सभाओं में कार्यक्रमों में शिरकत कर रहे थे… वही शाम होते होते
CM पुष्कर सिंह धामी फिर देहरादून लौटे… और आते ही अपने जोशीले, ऊर्जावान अंदाज में सचिवालय पहुंचे जहा उन्होंने CS राधा रतूड़ी के साथ ही अन्य शीर्ष अफसरों को तलब कर 4 धाम यात्रा-बिजली-पीने के पानी-जंग की आग से जुड़े प्रबंधन पर कार्यवाही का हिसाब तलब किया…साफ़ ताकीद की कि तीर्थयात्री अपने साथ मीठी यादों और अनुभव ले के लौटें और अफसर-कर्मचारी हर वक्त Alert Mode में रहे.
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि चार धाम यात्रा राज्य की अर्थ व्यवस्था से भी जुड़ी है। श्रद्धालुओं की संख्या में बहुत तेज वृद्धि हो रही है और हम सबका दायित्व है कि यात्रा को सुगम और सरल बनाने में मिलकर काम करें. आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए जिला प्रशासन के अनुरोध पर फ़ौरन कार्यवाही की जाए.भीड़ प्रबंधन का विशेष ध्यान दें. श्रद्धालुओं की जो संख्या निर्धारित की गई है, उसके अनुसार ही श्रद्धालुओं को भेजा जाए।
उन्होंने कहा कि बिना रजिस्ट्रेशन के जो श्रद्धालु उत्तराखण्ड की सीमा के अन्दर प्रवेश कर चुके हैं, वे चारों धामों के अलावा राज्य के अन्य धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों के लिए जाना चाहते हैं, तो उन्हें वहां भेजे जाने के भी प्रयास किए जाएं। फीडबैक भी लें साथ हीं समय रहते छोटी कमियों को भी दूर किया जाए। पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। पेयजल अधिकारी फील्ड में जाकर व्यवस्थाओं को देखें। पेयजल की कमी को दूर करने के लिए टैंकरों और अन्य माध्यमों से पेयजल व्यवस्था की जाए।
धामी ने कहा कि पर्याप्त विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जए। तीनों निगम यूपीसीएल, यूजेवीएनएल और पिटकुल मिल के कार्य करें।
वही CM ने वनाग्नि को रोकने के लिए जन जागरूकता पर भी कार्य करने पर बल दिया. जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लेने को कहा। जिन सचिवों को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी दी गई है वे संबंधित जनपदों में जाकर वनाग्नि से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करें. वनाग्नि रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाएं। जंगलों में आग की घटनाओं में लिप्त लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
इस बैठक में सचिव शैलेश बगोली, सचिव एवं आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पाण्डेय, महानिदेशक (सूचना) बंशीधर तिवारी भी उपस्थित थे..