उत्तराखंड से बड़ी ख़बर ।
150 करोड़ की टीडीएस चोरी
उत्तराखंड के 10 हजार से ज्यादा संस्थानों में पकड़ी ।
उच्च शिक्षा निदेशालय पर सात करोड़ का टीडीएस बकाया
उत्तराखंड में 10 हजार से ज्यादा टीडीएस के डिफॉल्टर आए पकड़ में
700 से ज्यादा को कारण बताओ नोटिस जारी , जवाब न मिला तो खाते होंगे सीज
जी हां उत्तराखंड मैं
आयकर विभाग ने 10 हजार से अधिक प्रतिष्ठानों से 150 करोड़ से ऊपर की टीडीएस चोरी पकड़ी है।
जिनमें लगभग पांच हजार प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी किया जा चुका है।
वही लगभग 140 से अधिक प्रतिष्ठानों के खाते सीज हो गए है
आपको बता दे कि इस साल आयकर विभाग की टीडीएस विंग तेजी से लगातार सर्वे करने में जुटी है। ओर 30 से अधिक सर्वे भी किए जा चुके हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स ओर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड में दस हजार से ज्यादा प्रतिष्ठान चिह्नित किए गए हैं। इनमें अधिक संख्या सरकारी संस्थानों की है।
जानकरीं है कि उच्च शिक्षा निदेशालय में सात करोड़ रुपये की डिमांड आने के बाद पिछले महीने खाते सीज किए गए थे। फिर निदेशालय की मांग पर एक महीने का समय दिया गया है, जिसकी अवधि अब खत्म होने वाली है।
वही इसी प्रकार, डीएफओ अल्मोड़ा की लगभग डेढ़ करोड़, गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज डाकपत्थर की लगभग 65 लाख, पशुपालन निदेशालय पर लगभग 25 लाख रुपये की टीडीएस डिमांड है,
जिसका जवाब न मिलने पर उनके खाते भी सीज किए गए हैं।तो उत्तरांचल ट्रांसपोर्ट पर 85 लाख रुपये की डिमांड सामने आई है।
सूत्र बोल रहे है कि
टीडीएस में गड़बड़ी करने वालों में न केवल सरकारी विभाग बल्कि केंद्रीय विद्यालयों से लेकर तमाम सरकारी और निजी स्कूल,व कॉलेज भी शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार इसमें कई जिलाधिकारी और पुलिस अफसरों के कार्यालय भी पकड़ में आए हैं। ओर सभी को नोटिस भेजे जा रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार
आयकर विभाग की जांच में सामने आया है कि तमाम संस्थानों ने या तो टीडीएस काटने के बाद जमा नहीं कराया है या फिर गलत पैन नंबर भरकर टीडीएस काट लिया है। तमाम ऐसे भी संस्थान हैं जो कि कई-कई सालो से टीडीएस रिटर्न ही नहीं भर रहे हैं।