देहरादून: कोरोना से जंग के खिलाफ उत्तराखंड में आज कोरोना वैक्सीन पहुँच गई है। पहले चरण में टीकाकरण के लिए ‘सिरम इंस्टीट्यूट’ से कोविशील्ड वैक्सीन की 1 लाख 13 हजार डोज पहुँची है। वैक्सीन जॉली ग्रांट पहुंचने के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच सीएमओ ऑफिस लाई गई। वॉक इन कूलर में वैक्सीन को 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान पर रखा जाएगा। प्रदेश में 317 कोल्ड चेन प्वाइंट चिन्हित किए गए हैं। कोविड वैक्सीन दून और हल्द्वानी में राज्य स्तर पर बनाए गए वॉक इन कूलर से वैक्सीनेशन वैन से जिलों को भेजी जाएगी।
देशभर के साथ ही उत्तराखंड में भी 16 जनवरी से कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण शुरू हो जाएगा। पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाई जाएगी। इस अभियान की शुरुआत के छह माह के भीतर तीन लाख के करीब लोग का टीकाकरण होगा। इनमें स्वास्थ्य कर्मी और अन्य फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल हैं। केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाई जानी है। इसके बाद पुलिस कर्मी, सफाई कर्मी, होमगार्ड के जवान, राजस्व कर्मी और अन्य फ्रंटलाइन वर्कर को टीके लगाए जाने हैं। इस श्रेणी में राज्य में तकरीबन तीन लाख कर्मचारी आ रहे हैं।
टीकाकरण के लिए प्रत्येक हेल्थ वर्कर को 28 दिन के अंतराल पर वैक्सीन की दो डोज लगनी है। प्रदेश में 50 हजार हेल्थ वर्करों को वैक्सीन लगाई जाएगी। शेष हेल्थ वर्करों के लिए केंद्र से वैक्सीन मांगी जाएगी। वहीं वैक्सीन की 10 प्रतिशत डोज रिजर्व में रखी जाएगी। पहले चरण में कोविड वैक्सीन लगाने के लिए 87,588 हेल्थ वर्करों का डाटा तैयार कर कोविन पोर्टल पर अपलोड किया जा चुका है।
कोविड-19 वैक्सीन को चलाए जाने वाले टीकाकरण अभियान की तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं। कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारियां परखने के लिए राज्य के अस्पतालों में तीन बार ड्राइ रन यानी पूर्वाभ्यास भी किया गया। इसके अलावा 15 जनवरी को उन चयनित 41 स्थानों पर मॉक ड्रिल की जाएगी, जहां 16 जनवरी को टीकाकरण की शुरुआत होनी है।