त्रिवेंद्र सिंह रावत राज में 19 अफसरों का डिमोशन , जाने क्यो ?? त्रिवेंद्र प्रमोशन की जगह दे रहे है डिमोशन ।
ख़बर महत्वपूर्ण है जीरो टॉलरेश की त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार ने लोक निर्माण विभाग के 19 दागी इंजीनियरों का डिमोशन कर दिया है।
बता दे कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड मै भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की नीति के तहत अनियमितताओं के अलग अलग मामलों में दोषी पाए गए इंजीनियरों को एक पद नीचे पदावनत (डिमोट) करने को संस्तुति दी ।
वही ख़बर है कि इसके अलावा अभी 22 और दागी इंजीनियर हैं, जिनके खिलाफ जांच पूरी नहीं होने से कार्रवाई फिलहाल टाल दी है। लेकिन जांच पूरी होते ही उन्हें भी डिमोट कर दिया जाएगा।
बता दे कि लोक निर्माण विभाग में विभिन्न निर्माण कार्यों में अनियमितताएं बरतने वाले 41 इंजीनियरों पर कार्रवाई का प्रस्ताव तैयार किया गया था। प्रस्ताव में सभी इंजीनियरों को एक पद नीचे किया जाना था।
जानकरीं अनुसार
है कि 22 अन्य इंजीनियरों के खिलाफ भी कई संगीन मामले में जांच पूरी नहीं होने के कारण डिमोशन की प्रक्रिया फिलहाल टाल दी है। ओर विभाग को जल्द जांच रिपोर्ट पूरी कर कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है।
बता दे कि त्रिवेंद्र सरकार ने सभी विभागों को भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस के तहत दागी और नाकारा अफसरों और कर्मचारियों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। इसी के तहत कई विभागों में ऐसे कर्मियों की सूची बनाई गई थी , लेकिन कार्रवाई के मामले में लोक निर्माण विभाग सबसे आगे रहा है। ओर विभाग अब दागी इंजीनियरों पर लगातार कार्रवाई कर रहा है।
वही इससे पहले
शासन ने दिसंबर माह में एक्सईएन समेत तीन इंजीनियरों को थानो-रायपुर मार्ग पर पुल निर्माण में लापरवाही और गड़बड़ी बरतने के दोषी पाए जाने पर डिमोट किया था। लगभग 8.84 करोड़ रुपये लागत के इस पुल निर्माण में अनियमितता बरतने पर तीनों इंजीनियर निलंबित किए गए थे। पदावनत वाले पद पर उन्हें ज्येष्ठता सूची में सबसे ऊपर रखने के आदेश दिए गए।