शत शत नमन सर।
ठंड व ऑक्सीजन की कमी से सियाचिन में तैनात जवान की मौत!!
जवान की मौत की खबर से गांव में शोक की लहर
ख़बर दुःखद है।
उत्तराखंड के टिहरी जिले का लाल नहीं रहा।
सियाचिन में तैनात टिहरी जिले
के साबली गांव निवासी जवान की अत्यधिक ठंड व ऑक्सीजन की कमी की वजह से मौत हो गई है दुःखद।
वही जवान की मौत की खबर मिलते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है
बता दे कि चंबा ब्लाक के साबली गांव निवासी हवलदार रमेश बहुगुणा
फरवरी 2002 में महार रेजीमेंट में भर्ती हुए थे। ओर अगस्त 2019 में उनकी तैनाती सियाचिन में हुई थी।
जानकरीं है कि 31 जनवरी को जवान की तबियत बिगड़ने पर उन्हें उपचार के लिए एक फरवरी को चंडीगढ़ सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
ओर तीन दिन अस्पताल में उपचार के दौरान उन्होंने सोमवार रात को अंतिम सांस ली दुःखद
वही जवान की मौत की खबर मिलते ही उनके घर से लेकर गांव ,टिहरी जिले में शोक की लहर है
मिडिया रिपोर्ट के अनुसार
तीन भाइयों में सबसे छोटे हवलदार रमेश बहुगुणा अपने पीछे दो छोटे बच्चे, पत्नी और मां को छोड़ गए।
मीडिया को उनके भाई दिनेश बहुगुणा ने बताया कि रमेश के बीमार होने की सूचना पर वे चंडीगढ़ गए थे, जहां चिकित्सकों ने रमेश की मौत का कारण अत्यधिक ठंड व ऑक्सीजन की कमी होना बताया है।
वही
अभी तक इस संबंध में सेना के हवाले से आधिकारिक बयान नही आया है जब सेना की तरफ से आधिकारिक बयान आएगा तब ही
मौत के कारणों की सही पुष्टी हो सकेगी
वही मीडिया को जवान के भाई दिनेश ने बताया कि रमेश के पार्थिव शरीर को गांव लाया जा रहा है ओर आज ऋषिकेश घाट पर हवलदार रमेश बहुगुणा का सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
दुःखद है माइनस 40 डिग्री तापमान वाले सियाचिन बार्डर पर देश की सुरक्षा में तैनात जवान बेटे की शहादत के बाद उनकी मां और पत्नी सदमे में हैं। घर वालो के अनुसार हवलदार रमेश ने मार्च में बच्चों के एडमिशन के लिए घर आने का वादा किया था।
उनके दोनों छोटे बच्चे अपने पापा के घर लौटने का इंतजार कर रहे थे तभी ये दुःखद ख़बर आ गई
महज 38 साल के अपने बेटे की शहादत की खबर सुनते ही उनकी सदमे में है, तो पत्नी बदहवास स्थिति में है जवान का
बेटा अभिनव पहली व बेटी एलकेजी में पढ़ती है।
नवंबर में हवलदार रमेश ड्यूटी पर गए थे, तब उन्होंने बच्चों से मार्च में घर आने का वादा किया था। अब रमेश के निधन की खबर गांव में फैलते ही मातम पसर गया है। बड़े भाई दिनेश बहुगुणा और महेश बहुगुणा घटना से जहां काफी दुखी और आहत हैं, वहीं उन्हें अपने भाई की देश सेवा पर गर्व भी है।
बोलता उत्तराखंड नमन करता है, जवान को , ओर भावभीनी श्रदांजलि देता है उस जवान को
हवलदार रमेश को जो
माइनस 40 डिग्री तापमान वाले सियाचिन बार्डर पर देश की सुरक्षा में ,हमारी सुरक्षा के लिए तैनात रहे ।
जय हिंद सर