राज्य के पहाड़ी इलाको में लगातार बारिश हो रही है ओर जब ये बरसात होती है तो पहाड़ वासी डर के मारे पूरी रात सोते भी नही है। कही पल टूट जाते है तो कही बदल फटने ओर जान माल के नुकसान की ख़बर अक्सर इस समय हमहे मिलती है आपको बता दे कि भारी बरसात के बीच जाेशीमठ प्रखंड की दूरस्त थैंग घाटा के निवासियों पर एकबार फिर से मुसीबत आ गई है । जी हा दरअसल मे मारवाडी – थैंग माेटर मार्ग पर थाैली नाले में आये ऊफान के चलते थैंग घाटी काे जाेशीमठ मुख्यालय से जाेडने वाला एकमात्र लकडी की अस्थाई पुलिया बह गया है और पुलिया बहनें से अब ग्रामीणाें पर मुसीबत आन पडी है। क्योकि इस पुल के बहनें से लगभग 200 की आबादी वाली इस घाटी के ग्रामीणाें की आवाजाही पूरी तरह ठप हाे चुकी है
ओर आलम ये है कि अब इन गाँव वालों के आगे जिसमे कही गाँव शामिल है उनके लिए गांवाें में अब खाद्यान संकट तक मंडरानें लगा है,ऐसे में ग्रामीणाे नें ग्राम प्रधान रमा देवी संग मिलकर SDMजाेशीमठ याेगेंन्द्र सिंह काे पत्र लिखकर शीघ्र यहा नया पुल निर्माण करवानें की गुहार लगाई है, आपको बता दें कि थैंग घाटी के लिये बन रही सड़क पर थाेली नाले पर बना एक लाेहे का पुल पहले ही भूस्खलन में क्षतिग्रस्त हाे गया था अब PMGSYद्वारा यहां थाेली नाले पर आवाजाही के लिये बनाया वैकल्पिक पुल भी पानी के तेज बहाव में बह गया है,जिससे अब ग्रामीणाें की आवाजाही पूरी तरह से ठप हाे गई है।पुल बहने से थैंग घाटी में खाद्यान संकट मंडरानें लगा है। गाँव वाले काफी समय से स्थाई पल की माग कर रहे है उनके अनुसार मजूबत ओर पानी से काफी ऊपर एक पल बनाया जाए ताकि हर बार उनको बरसात के मौके पर इतना परेशान ना होना पड़े फिलहाल गाँव वालों ने अपनी मांग रख दी है अब देखना ये होगा कि कब तक एक मजूबत पल बनकर तैयार होगा लेकिन फिलहाल इनको अस्थाई पल की दरकार है