ख़बर दुःखद है क्योकि एक नोजवान छात्र ने अपनी ज़िंदगी को शूरु होने से पहले ही खत्म कर दिया आपको बता दे की
इस छात्र ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर दुनिया को अलविदा कह दिया ।

ख़बर देहरादून के जाने माने d.i.t शैक्षणिक संस्थानों से है जहा ये नोजवान पढ़ता था। ना जाने क्यो पढ़ने वाले युवा जिंदगी से हताश हो रहे है और आत्महत्या जैसा ख़ौफ़नाक कठोर कदम उठा रहे हैं। क्योंकि लगातार आत्महत्या के ये मामले बढ़ रहे है जिसमे नोजवानो की सख्या बढ़ रही है जैसा कि हमने आपको बताया कि राजधानी दून के DIT कॉलेज के एक छात्र ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है
जानकारी अनुसार DIT कॉलेज के चैयरमैन ने दून पुलिस को सूचना दी कि उनके कॉलेज में पढ़ने वाले एक छात्र ने हॉस्टल के कमरे में पंखे से लटककर खुदकुशी कर ली है। सूचना मिलते ही राजपुर थानाध्यक्ष अपनी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने घटनास्थल पर मौजूद छात्रों व कॉलेज प्रशासन के लोगों से पूछताछ की।पुलिस को पूछताछ में पता चला कि मृतक मनीष कुमार गोरखपुर का रहने वाला था। फिलहाल DIT कॉलेज में बीटेक द्वितीय वर्ष था। वहीं पुलिस पहली नजर में इस मामले को प्रेम-प्रसंग से जोड़कर देख रही है। पुलिस ने मामले की जांच के लिए एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया था।
फिलहाल, मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा व अन्य आवश्यक कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वही जब तक पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट नही मिल जाती तब तक इस मामले मे कार्यवाही आगे नही बढ़ सकती है पुलिस पोस्मार्टम रिपोर्ट का इंतज़ार कर रही है और कुछ स्कूल के लोगो से मनीष के व्यवहार आदत के बारे भी जानकारी जुटा रही है । बहराल बात जो भी निकलकर आये वो अलग बात पर बोलता है उत्तराखंड की आप सब से अपील करता है कि हालत चाहे जो भी हो, समस्या चाहे कितनी भी बड़ी क्यो ना हो, कोई आपकी काबिलियत पर विस्वास करे या ना करे , घर से कितना भी क्यो ना तनाव हो, या फिर आप प्यार मे धोखा खा गए , कुछ भी या फिर आप पढ़ाई लिखाई मे कमजोर है , वजह जो भी हो पर कभी भी आत्महत्या जैसा कदम ना उठाये।🙏 आपके इन कदमो से पूरा परिवार टूट जाता है सोचो जरा कैसे कोई माता पिता अपने बच्चे को एक साल से लेकर 20 साल तक कि उम्र तक बड़े लाड प्यार से बड़ा करता है और जब उन माता पिता को मालूम चले कि उनके जिगर का टुकड़ा आत्महत्या कर गया तो क्या बीतती होगी उन माता पिता। ये बात कोई भी गलत कदम उठाने वाला व्यक्ति जरूर सोचे। ओर अभिभावक को भी चाइए की आज के इस समय मे आप अपने नोजावन बच्चों के साथ एक दोस्त बनकर रहे हिटलर नही जहा गलत है वहा प्यार से समझाए ये आज की पीढ़ी है उन दिनों की नही जब आप नोजवान हुवा करते थे ।