पिथौरागढ़ से दीपक गुप्ता की रिपोर्ट…
उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में जंगली जानवरों का आतंक लगातार बढ़ता ही जा रहा है। आए दिन राज्य के किसी ना किसी हिस्से से जंगली जानवरों द्वारा ग्रामीणों पर हमले की खबर सुनाई दे रही है। जिसके कारण कई ग्रामीण और उनके मासूम बच्चे या तो असमय ही काल के ग्रास बन चुके हैं या फिर अस्पतालों में भर्ती होकर अपना उपचार करा रहे हैं।
बता दे कि कुछ दिन पहले पिथौरागढ़ (Pithoragarh जिले के बेरीनाग(Berinag) से ऐसी ही दुखद खबर आई
जहां एक आदमखोर गुलदार (Guldar) ने सात वर्षीय मासूम बच्ची को अपना निवाला बना लिया था
मृतक बच्ची का क्षत विक्षत शव ग्रामीणों को उसके घर से 100 मीटर दूर से बरामद हुआ था बताया गया है कि बच्ची के चीख-पुकार सुनकर ग्रामीणों ने गुलदार का पीछा किया। ग्रामीणों के आने की आहट सुनकर गुलदार बच्ची को उसी हालत में छोड़कर जंगल की ओर भाग गया था
वही कुछ दिन ओर पहले
नैनीताल(Nainital) जिले के एक गाव में मां व बहन के संग घास काटने जंगल गई किशोरी पर तेंदुए(leopard) ने हमला कर दिया था तब मां और बहन ने जान पर खेलकर अपनी लाडली को बचाया था
हालांकि राज्यवासी कई बार अपने साहस, वीरता और सूझबूझ का परिचय देकर खुद को या परिजनों को बचा लेते हैं परंतु कई बार उन्हें जंगली जानवरों के हमले में अपनी जान भी गंवानी पड़ती है।
बीते दिनों नैनीताल(Nainital) में मां और बहन तेंदुए द्वारा हमला करने के बावजूद उन्होंने
अपनी किशोरी को मौत के मुंह से बचा लिया।
था हालांकि तेंदुए(Leopard) के इस हमले में किशोरी गंभीर रूप से घायल हो गई थी
और उसे बेस अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, परंतु मां और बहन ने साहस और वीरता का परिचय देते हुए न केवल हमलावर तेंदुए पर लगातार पथराव कर उसे दबे पांव घटनास्थल से भागने पर मजबूर कर दिया बल्कि किशोरी को एक नया जीवन भी दिया। क्षेत्रवासियों ने जहां मां और बहन के इस साहस की सराहना की है वहीं तेंदुए द्वारा अचानक हमला करने की घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल था
ऐसा नही है कि सिर्फ इस घटना की ही बात हो कही घटनाएं
पहाड़ में आये दिन हो रही है जब
बाघ (तेंदुआ )
मासूम से लेकर बुजुर्ग तक को अपना निवाला बना रहा है तो कही लगातार महिलाये तेंदुए का निवाला बनती आ रही है
शनिवार रात फिर
पिथौरागढ़ में
गुलदार ने हमला कर मासूम बच्चे को घायल कर दिया
बता दे कि
मुख्यालय के निकट पौड़ ग्राम की ये घटना है
ओर घर के बाहर गुलदार के हमले से लोगो में दहशत है
कल रात
लगभग 9:30 बजे की ये घटना है
फिलहाल
घायल बच्चे का जिला चिकित्सालय में इलाज चल रहा है।
इससे पहले भी गुलदार कही लोगों को नुकसान पहुचा चुका है तो कुछ की जान ले चुका
तो शिकारियों ने भी समय समय पर आदेश के बाद गुलदारों को मौत के घाट उतारा है
पर घटनाएं कम होने के बजाय बढ़ती जा रही है