आपको बता दे कि कश्मीर के गुलमर्ग में तैनात उत्तराखंड के पज्याणां गांव निवासी हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी के बर्फीले इलाके में फिसलकर पाकिस्तानी सीमा में पहुंचने के बाद से लापता होने की खबर के बाद लोग उनकी कुशलता के लिए मां भराड़ी देवी से कामना रहे हैं।
बता दे कि सैनिक राजेंद्र के लापता होने की खबर जैसे ही परिजनों व ग्रामीणों को पता चली, तो परिवार व गांव में कोहराम मचा हुवा है
जानकरीं अनुसार
हवलदार राजेंद्र सिंह ने प्राथमिक शिक्षा अपने गांव की प्राइमरी पाठशाला से ली ओर उसके बाद साल 1998 मैं जनता हाईस्कूल पौंजाण से 10वीं पास की उनके शिक्षक बचन नेगी ने बताया कि राजेंद्र सिंह व्यवहार कुशल अनुशासित हैं। राजेंद्र सिंह के बर्फीली इलाके में लापता होने की खबर मिलने के बाद उनके शिक्षक व सामाजिक कार्यकर्ता सहित पूरे क्षेत्र के लोग उनकी कुशलता की कामना कर रहे हैं।
वही राजेंद्र सिंह के भाई कुंदन सिंह व अवतार सिंह अपने पिता रतन सिंह के साथ देहरादून मैं मौजूद हैं। जानकरीं अनुसार बृहस्पतिवार से बदहाल परिजन व ग्रामीण गांव की आराध्य मां भराड़ी देवी से राजेंद्र सिंह नेगी के सकुशल लौटने की कामना कर रहे हैं।
पज्याणां गांव के गोपाल नेगी, मुकुंद सिंह, भगवान सिंह, रघुवीर सिंह, बलवंत सिंह, चमन सिंह ने कहा कि राजेंद्र सिंह को खोजने के लिए सरकार को प्रयास तेज करना चाहिए। विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी ने देहरादून राजेंद्र सिंह के घर जाकर उनके परिजनों को ढांढस बंधाकर मुख्यमंत्री व रक्षा मंत्री से राजेंद्र को शीघ्र सकुशल खोजने की गुहार लगाई है।
बता दे कि राजेंद्र साल 2002 में सेना में भर्ती होकर देश की सेवा कर रहे हैं। सेना में भर्ती के बाद अंबीवाला सैनिक कालोनी देहरादून में उन्होंने घर बना लिया। वे हर साल अपने गांव पज्याणां आते रहते हैं।
एक बार फिर आपको बता दे कि प्रेमनगर स्थित सैनिक कॉलोनी अंबीवाला निवासी भारतीय सेना के 11वीं गढ़वाल राइफल्स में तैनात हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी बीते दिनों से गुलमर्ग के अग्रिम पोस्ट से लापता हैं, उनकी मदद के लिए कल मसूरी विधायक गणेश जोशी ने सीडीएस जनरल विपिन रावत से फोन पर बात भी की। रविवार को मसूरी विधायक गणेश जोशी ने लापता सैनिक के परिजनों से मुलाकात की और जल्द ही शुभ समाचार आने की बात कही। विधायक ने फोन पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ जनरल विपिन रावत से बात कर मदद का अनुरोध किया। इस दौरान राजीव गुरुंग, सिकंदर सिंह, लापता जवान के भाई अवतार सिंह एवं रघुवीर सिंह नेगी, कुंदन सिंह मौजूद रहे।
बोलता उत्तराखंड की पूरी टीम बाबा केदारनाथ जी से प्रार्थना करती है कि हे भगवान उत्तराखंड के लाल भारत मां के बेटे को सकुशल घर वापस लाना
मासूम बच्चे रोज कह रहे है मां पापा कब आएंगे.ओर बच्चों के इस सवाल पर हवलदार राजेंद्र सिंह की पत्नी राजेश्वरी देवी की आंखों से बस आंसु छलक पड़ते हैं। इन आंसुओं में पति की चिंता भी है तो उनके साथ किसी अनहोनी का डर भी। मां के आंसुओं को देखकर बच्चे भी किसी अनहोनी की आशंका में सुबकने लगते हैं। आठ जनवरी को आई सूचना के बाद परिवार का हर पल गम और डर के साये में कट रहा है।
अंबीवाला निवासी हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी ने तीन साल पहले ही देहरादून के अंबीवाला स्थित सैनिक कालोनी में मकान बनाया था। यहां उनकी पत्नी राजेश्वरी देवी के अलावा बड़ी बेटी 14 वर्षीय अंजली, 12 वर्षीय बेटा प्रियांशु और 10 वर्षीय बेटी मीनाक्षी रहते हैं। राजेंद्र सिंह छुट्टी के बाद नवंबर में ही ड्यूटी पर लौटे थे।
बता दे कि आठ जनवरी के बाद से उनका फोन नहीं आया। तब से परिवार का हर पल किसी अच्छी सूचना के इंतजार में बेचैनी से कट रहा है। परिवार को संभलने के लिए राजेंद्र के पिता रतन सिंह नेगी, भाई कुंदर सिंह, अवतार सिंह, विनोद सिंह भी चमोली से दून आ गए हैं। सभी हर पल एक ही दुआ मांग रहे हैं, काश फोन की घंटी बजे और उधर से खुशखबरी आए कि हमारा राजेंद्र सलामत है। वहीइस पूरे मामले मैं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत बेहद गम्भीर है और वे रक्षा मंत्री समेत तमाम महकमे के सीधे संपर्क मैं है लगातार मुख्यमंत्री की खुद ऊपर बातचीत जारी है कुछ देर बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र हवलदार राजेन्द्र नेगी के घर उनके परिजनों से मिलने पहुँच सकते है