देवभूमि उत्तराखंड में त्रिवेन्द्र रावत के खिलाफ अंदर खाने बगवात कहे या षड्यंत्र तब से ही चल रहा था जब से वे मुख्यमंत्री बने और इसी सियासी मौसम मे राजनीतिक पंडित से लेकर कलाकार , विपक्ष , तक ने अपने अपने अंदाज़ मे आग खूब उगली त्रिवेन्द्र रावत के ऊपर कहे या त्रिवेन्द्र सरकार पर। एक गीत पवन सेमवाल का खूब वायरल भी हो रखा है बस उसी को लेकर पूरी सियासत मे आग लगी पड़ी है देश ही नहीं विदेशों तक इस गीत के चर्चे पहुंच चुके हैं। ओर बीजेपी हाईकमान तक भी त्रिवेन्द्र के राजनीतिक विरोधी इस गीत के बोल पहुँचा चुके होंगे। इस गीत पर जहां सत्ताधारी दल भाजपा ने सीएम की छवि खराब करने और उनके खिलाफ सडयंत्र करने का आरोप लगाया तो कांग्रेस ने भी खूब मौका पाकर अपनी विपक्ष वाली भड़ास निकाली । सोशल मीडिया में भी यह गीत दबाके छाया हुआ है। इस गीत के पक्ष और विपक्ष में सोशल मीडिया में कमेंटों की भरमार आई ओर । पवन सेमवाल का गाया हुवा ये गाना उत्तराखंडियूं जागि जावा यू टूयूब पर 55 हजार का आंकड़े से आगे बढ़ ही गया था की तब तक (गायक पवन सेमवाल का एक ओर वीडियो सामने आया जिसमे वो राज्य के मुख्यमंत्री से माफी मांगते दिखाई दे रहे है । बोल रहे है
वो कहते है कि इस गीत मे राजनीति हो रही है ,. राजनीतिक पार्टियां राजनीति कर रही है और इस गीत का राजनीतकरण कर दिया गया है उनका मकसद किसी को ठेस पहुचाना नही है और ना था अगर मुख्य्मंत्री जी को बुरा लगा तो माफी मांगता हूं। और इस गीत के बीच मे कुछ चित्र भी हमसे गलत डाले गए है हम उसके लिए भी माफी मांगते है जिसमे सुधार किया जा चुका है
ये सब बातें गीत के गायक पवन सेमवाल ने कही है )
आपको बता दे कि इस गीत के जरिए दारू को गाँव गाँव पहुचाने की बात कही है। तो बाहर के लोगो को राज्य मे लाने की बात भी कही और मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत को झापु तक बोल डाला (बिना नाम लिए ) अब इस गीत के बोल ने सरकार और सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत पर निशाना साधा है। जिसके बाद इस गीत पर उत्तराखंड में बवाल मचा हुआ है। गीत पर रोज नए-नए बयान सामने आ रहे हैं।
बहराल जिस तरह अब गायक पवन सेमावल ने माफी मांगी है उसे देखने के बाद ये देखना होगा कि अब ये सियासी घमासना यही खत्म हो जाएगा या इसका परिणाम कुछ ओर निकलकर आएगा या ये कहले की फिलहाल ब्रेक हो गया है और मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र के लिए जहा से भी षड्यंत्र चल रहा होगा वो लोग अब फिलहाल खाँमोश होगे या आगे इससे भी बढ़कर कुछ ओर करेगे ये देखना होगा
बोलता उत्तराखंड कहता है कि पवन सेमावल ने भले ही ये कहकर माफी मांग ली कि अगर सीएम को बुरा लगा या उनको आपति है तो वो माफी मांगते है पर क्या अब मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत की जो छवि खराब हो गई उसको क्या वापस लाया जा सकता है ? दूसरी बात अगर प्रमोशन की कहे तो पवन सेमावल ओर उनके गीत का खूब हो गया है अब वो कुछ बजी कहे या माफी मांगे उनका काम तो हो गया बहराल अब देखना ये होगा कि आगे विपक्ष क्या कहता है और सरकार से लेकर बीजेपी का सगठन क्या सोचता है गायक पवन सेमावल कि माफी के बाद।