मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत जहा जीरो टालरेश की नीति से सरकार चला रहे है । वही वो बेटियों के दर्द को भी बखूबी समझते है , तभी तो राज्य की जरूरमंद बेटियां सीएम के दरबार मे अपनी गुहार लगाती है और सीएम उनको निराश नही करते बल्कि उनकी हर सम्भव हर लिहाज से मदद भी करते है ।क्योंको वो खुद बेटियों के पिता है इसलिए उनकी तकलीफ दर्द को समझते है ।
बस यही बात राज्य की इस लड़की ने भी सोची तभी तो वहां से यहा आगयी । ख़बर विस्तार से ।
अल्मोड़ा से लापता हुई छात्रा दरअसल घर से भागी नहीं थी वह अपने माता पिता की शिकायत लेकर देहरादून निकल गई थी। जहां उसने आज सीएम के आवास पर दस्तक तो दी लेकिन उससे पहले ही उसका सामना पुलिस से हो गया। उसने पुलिस को जो कहानी सुनाई उससे पुलिसकर्मियों का भी दिल पसीज गया, पुलिस ने उसे सीएम से तो नहीं मिलाया अलबत्ता अल्मोड़ा पुलिस को इस बारे में जानकारी दी, जिला अल्मोड़ा पुलिस ने तस्दीक किया कि एक लड़की के घर से लापता होने की रिपोर्ट उसके पास पहुंची है। अल्मोड़ा पुलिस ने लड़की के देहरादून में होने की जानकारी उसके परिजनों को दी और शाम के वक्त उसके परिजन देहरादून पहुंच गए और नाराज बेटी को मना कर वापस अपने साथ अल्मोड़ा ले गए।
सुबह मुख्यमंत्री आवास पहुंच कर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मिलने की जिद कर रही एक लड़की को पुलिस ने पूछताछ के लिए बिठा लिया। पूछताछ में लड़की ने बताया कि वह अल्मोड़ा की रहने वाली है और आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण उयसके माता पिता उसे आगे नहीं पड़ने दे रहे। इसीलिए वह आज अपनी शिकायत लेकर सीएम के दरबार में आई है। जब दून पुलिस ने अल्मोड़ा पुलिस ने इस बारे में जानकारी मांगी तो अल्मोड़ा पुलिस ने पूरी कहानी की तस्दीक करते हुए अपनी जांच के बारे में भी बताया। अल्मोड़ा पुलिस ने लड़की के पिता की शिकायत मिलने के बाद बैंकों की सीसीटीवी खंगाले तो पता चला कि आईडीबीआई बैंक के एटीएम से लड़की ने 18सौ रूपये निकाले थे और बाद में एक नया सिम भी खरीदा था। लेकिन इसके बाद लड़की कहां गई यह पुलिस को पता नहीं चल सका।
अल्मोड़ा पुलिस ने लड़की के मिलने की जानकारी उसके परिजनों को दी तो वे देहरादून पहुंचे और अपनी लाडली को मना कर वापस ले गए ।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत जी आप से निवेदन है कि आप इस बिटिया से मुलाकात जरूर करना जब भी आपको समय मिले । और इस गुड़िया की हर सम्भव मदद भी करना ।ये लड़की अगर आज आप तक पहुच जाती तो हमको विस्वास था कि आप उसकी आर्थिक हालतों मे लाडली की मदद करते ।साथ मे ये सिख भी देते की घर से भागने की या लड़कर कोई भी अपना घर ना छोड़े ।
बहराल बिटिया का ये दर्द जल्द दूर करेगी त्रिवेन्द्र सरकार इस कि पूरी उम्मीद हमको है ।